तीन कृषि कानूनों के विरोध में सोमवार को किसान संगठनों का बंद काफी हद तक शांतिपूर्ण रहा। हालांकि, कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु से दुखद तस्वीर सामने आई है। यहां प्रदर्शनकारियों ने एक पुलिस अधिकारी के पैर पर कार का पहिया चढ़ा दिया। जख्मी डीसीपी धर्मेंद्र कुमार मीणा को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बेंगलुरु में नॉर्थ डिवीजन के डीसीपी मीणा गोरागनतेपालया में वाहन को रोकने का प्रयास कर रहे थे, जिसमें प्रदर्शनकारी सफर कर रहे थे। इसी दौरान यह घटना हुई। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जख्मी पुलिस अधिकारियों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया।
केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ विभिन्न किसान यूनियन के भारत बंद के कारण भारत के कई हिस्सों में, विशेष रूप से हरियाणा, पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जनजीवन सोमवार को बाधित हो गया। विभिन्न जगहों पर प्रदर्शनकारियों ने राजमार्गों और प्रमुख सड़कों को जाम कर दिया। कई स्थानों पर वे रेल की पटरियों पर भी बैठ गए जिससे रेल यातायात प्रभावित हुआ। कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे 40 से अधिक किसान यूनियन का नेतृत्व कर रहे ‘संयुक्त किसान मोर्चा’ (एसकेएम) ने किसान विरोध के 10 महीने पूरे होने और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के तीनों कानून पर मोहर लगाने का एक साल पूरा होने पर सोमवार को बंद का आह्वान किया है। बंद सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक जारी रहा।