चाईबासा Ashish Kumar verma, चाईबासा बस स्टैंड में गुरुवार सुबह जिला परिवहन कार्यालय के द्वारा सवारी बसों में जांच अभियान चलाया गया. रूट परमिट और ओवरलोड की शिकायत मिलने के बाद विभाग की ओर से यह कार्रवाई की गई है. जांच के दौरान 6 गाड़ियों को सीजर लिस्ट दिया गया.
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बता दें कि, रूट परमिट के अनुसार गाड़ियों का परिचालन नहीं होने और ओवरलोड के कारण यात्रियों को हो रही परेशानी को देखते हुए जिला परिवहन कार्यालय ने यह कदम उठाया है. रोड सेफ्टी मैनेजर आशुतोष कुमार की मौजूदगी में परिवहन विभाग और यातायात पुलिस की टीम ने गाड़ियों के कागजात की जांच की. जिन बसों के चालक और मालिक द्वारा पर्याप्त कागजात नहीं दिखाया गया उन्हें सीजर लिस्ट बना कर दिया गया है. कागजात दिखाने के बाद ही गाड़ी का परिचालन हो सकेगा. बसों में कितनी संख्या में यात्रियों को बैठाया गया है इसकी भी जांच की गई. अक्सर देखा जाता है कि चाईबासा से जमशेदपुर और रांची जाने वाली बसों में जितने लोग सीट पर बैठे होते हैं तकरीबन उतने ही खड़े होकर यात्रा करते हैं। यातायात नियमों के मुताबिक यह गैरकानूनी है. नियमों का सही ढंग से पालन हो और यात्रियों को असुविधा नहीं हो, इसके लिए सारी कवायद की जा रही है। आशुतोष कुमार ने कहा कि जांच का यह अभियान आगे भी समय-समय पर चलता रहेगा, ताकि नियमों का सही ढंग से पालन कराया जा सके.
जिला परिवहन कार्यालय की ओर से आज चलाए गए इस अभियान से बस संचालकों में नाराजगी देखने को मिला. उन्होंने विभाग द्वारा की जा रही कार्रवाई पर आपत्ति जताई. बस संचालकों ने हंगामा भी किया. बस ओनर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष मो. बारिक ने कहा कि जब गाड़ियों का परमिट और बाकी कागजात है तो सीजर लिस्ट पकड़ाने की क्या आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि यदि ऐसा हो रहा है तो नियमित रूप से होना चाहिए इससे गाड़ियों के मालिक और सरकार दोनों को फायदा होगा. बारिक ने कहा कि कागजात दिखाने के बाद भी उनकी गाड़ी का सीजर लिस्ट काका गया है, वह अदालत जाएंगे तो पूरे विभाग को कटघरे में खड़ा कर देंगे. उन्होंने कहा कि वह इस मामले को लेकर उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक से मिलेंगे.
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