केंद्रीय इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर आज देशभर के डॉक्टर नेशनल प्रोटेस्ट डे के रूप में अपनी सुरक्षा को लेकर विरोध प्रदर्शन करते नजर आए. कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में भी डॉक्टरों ने केंद्रीय कमेटी के आह्वान पर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान डॉक्टरों ने कहा, कि देश भर के डॉक्टरों के लिए वन नेशन वन लॉ के तहत सुरक्षा का प्रावधान होना चाहिए. गंभीर रूप से ग्रसित रोगियों का इलाज करने के क्रम में मौत होने पर मरीज के परिजन डॉक्टरों को दोषी मानते हैं, जबकि किसी बिल्डिंग में आग लगने पर दमकल कर्मी या किसी के नदी या पानी के बहाव में डूबने पर गोताखोर की जिम्मेवारी नहीं बनती है. विरोध कर रहे डॉक्टरों ने देश के प्रधानमंत्री से अपने मन की बात में डॉक्टरों के मन की बात को भी शामिल किए जाने की मांग की. उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों से डॉक्टरों को सुरक्षा प्रदान करने की मांग की, ताकि चिकित्सक मरीजों का इलाज करने से डरने की बजाय उनके इलाज में तत्परता दिखा सके.
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