एक गरीब अगर सरकारी जमीन पर कब्जा कर रोजगार या आवास का प्रयोग करे, तो सरकार और सरकारी महकमा उसे उजाड़ने में तनिक भी देर नहीं करती. मगर जरा सोचिए पिछले 10 सालों से सरकारी विभाग का ठेकेदार सरकारी संपत्ति पर कब्जा कर उसे निजी प्रयोग में ला रहा है, इस पर ना तो सरकार का कोई जोर चल रहा है, ना सरकारी महकमे का.
यहां हम बात कर रहे हैं सुवर्णरेखा परियोजना के लघु वितरणी प्रमंडल संख्या- 12 मानगो जमशेदपुर एवं लघु वितरणी प्रमडल संख्या-5 डिमना मानगो, जमशेदपुर के अधीन के डिमना लेक के समीप स्थित हालुदबनी के जमीन की. जिसमें परियोजना का कार्यालय एवं स्टोर है. जिसे शेखर कंस्ट्रक्शन एवं भारती बिल्डीकॉन के प्रोपराइटर नरेश शर्मा द्वारा विगत 10 वर्षों से अवैध रूप से कब्जा कर लिया गया है, एवं उसमें उनके द्वारा अपना कार्यालय एवं कर्मचारियों का आवास तथा अपना मशीनरी रखा गया है.
इससे विभाग को भारी वित्तीय क्षति हो रही है. एवं सरकारी संपत्ति का दुरुपयोग हो रहा है. इसपर न तो विभाग, न ही सरकार गंभीरता दिखा रही है. इस संबंध में 5 फरवरी 2022 को जमशेदपुर के जुगसलाई निवासी रमेश कुमार सिंह ने विभागीय सचिव को पत्र लिखकर अवगत कराते हुए सरकारी संपत्ति को कब्जा मुक्त कराने की मांग की है.
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हालांकि इस पर अब तक किसी तरह की कोई कार्यवाई नहीं हुई है. ऐसे में सवाल यह उठता है, कि आखिर ठेकेदार किसके सह पर सरकारी जमीन पर कब्जा जमाए बैठा है. इस संबंध में हमने विभाग के चीफ इंजीनियर अशोक कुमार दास से संपर्क करने का प्रयास किया, मगर उनका मोबाइल स्विच ऑफ मिला.