सरायकेला: झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले एकबार फिर से बीजेपी और आजसू के बीच तनातनी शुरू हो गई है. आपको बता दें कि रविवार को ईचागढ़ विधानसभा सीट से हरेलाल महतो को आजसू का उम्मीदवार तय बताकर पार्टी सुप्रीमो सुदेश कुमार महतो ने जहां पार्टी का स्टैंड क्लियर कर दिया है. वहीं आज सुदेश महतो के बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा ज़िलाध्यक्ष उदय सिंहदेव ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए इसे गठबंधन धर्म के विपरीत दिया गया बयान करार दिया है. इसके साथ ही साफ हो गया है कि ईचागढ़ को लेकर इसबार भी आजसू और बीजेपी के बीच खटपट होनेवाली है.
उदय सिंहदेव ने एक प्रेस बयान जारी करते हुए कहा है कि ईचागढ़ भाजपा की परंपरागत सीट रही है और यहां से भाजपा जीतती रही है. ऐसे में आजसू प्रमुख द्वारा ईचागढ़ विधानसभा सीट को लेकर दिया गया बयान गठबंधन धर्म के अनुकूल नहीं है. उदय सिंहदेव ने कहा ईचागढ़ में भाजपा का बूथ स्तर तक मज़बूत संगठन है. उस विधानसभा में भाजपा का व्यापक जनाधार है. पिछले लोकसभा चुनाव में ईचागढ़ विधानसभा ने रांची लोकसभा में भाजपा प्रत्याशी संजय सेठ को जीत दिलाने में प्रमुख भूमिका निभाई है. आजसू प्रमुख द्वारा बिना किसी राय- मशवरे के एक तरफ़ा आजसू प्रत्याशी के रूप में किसी के नाम की घोषणा करना वहां के एनडीए कार्यकर्ताओं में भ्रम की स्थिति पैदा करती है.
उदय सिंहदेव ने कहा हमारे कार्यकर्ताओं को ईचागढ़ से भाजपा के अलावे किसी अन्य पार्टी का उम्मीदवार क़तई स्वीकार्य नहीं है. भाजपा अगामी चुनाव में गठबंधन में तय हुए सीटों पर अपने सहयोगी दल के प्रत्याशियों को जिताने के लिए एड़ी चोटी एक कर देगी, लेकिन इससे पहले इस तरह के बयान का विरोध करती है.
विदित हो कि रविवार को आजसू सुप्रीमो सुदेश कुमार महतो ने ईचागढ़ से हरेलाल महतो को पार्टी का उम्मीदवार घोषित करते हुए कहा था कि हरेलाल एनडीए के प्रत्याशी के रूप में ईचागढ़ से उम्मीदवार होंगे और उनकी जीत तय है. वैसे बीजेपी यहां अंतर्कलह से जूझ रही है. उसके कई ऐसे चेहरे हैं जो खुद को टिकट का प्रबल दावेदार मान रहे हैं. इससे पूर्व ही नेताओं के जुबानी जंग से ईचागढ़ की सियासत में गर्माहट तेज हो गई है.