कुकड़ू (विद्युत महतो) सरायकेला- खरसावां जिला के ईचागढ़, कुकड़ू व नीमडीह प्रखंड क्षेत्र में हाथियों का उत्पात थामने का नाम ही नहीं ले रहा है. बुधवार को हाथियों ने हुट्टू गांव में एक और 87 वर्षीय बुजुर्ग की जान ले ली. जिसके बाद गांव में मातम छा गया है.
बता दें कि क्षेत्र में आए दिन गजराज लोगों को मौत के घाट उतार रहे हैं. साथ ही किसानों की फसलों को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं. आए दिन हाथी घरों को भी क्षतिग्रस्त कर रहे हैं. वहीं बुधवार की अहले सुबह आठ हाथियों के झुंड ने हुटटु गांव में धावा बोल दिया. यहां एक हाथी ने 87 वर्षीय श्याम गोप को कुचलकर मौत के घाट उतार दिया. उसके बाद हाथियों का झुंड का झुंड ईचागढ़ थाना क्षेत्र के कुटाम व चोगाटांड़ में दर्जनों किसानों के खेतों में कटे धानों, खेतों में लगे आलू, टमाटर, गोभी आदि सब्जियों को रौंद कर नष्ट कर दिया.
कुटाम व चोगाटांड़ गांव के घासी राम सिंह मुण्डा, गुरू चरण महतो, हारा महतो, निर्मला देवी सहित दर्जनों किसानों का फसलों को क्षतिग्रस्त कर दिया. बताया जा रहा है कि हाथियों का झुंड कुटाम पहाड़ के ऊपर जंगल में डेरा जमाए हुए हैं. वहीं झुंड से बिछड़े हाथी अलग- अलग जगहों पर विचरण कर रहे हैं. विदित हो कि एक सप्ताह पूर्व ईचागढ़ के बोड़ा में एक युवक को हाथी ने कुचलकर मार दिया, वहीं एक महीने पूर्व तिरूलडीह थाना के डाटम में एक बच्चे को मौत के घाट उतार दिया.
वहीं समाजसेवी रामविलास महतो ने बताया कि कुटाम व चोगाटांड़ गांव में हाथियों के झुंड ने दर्जनों किसानों के खेतों में लगे फसलों व धान को तबाह कर दिया. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में लगातार हाथी जान माल की क्षति पहुंचा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हाथियों के डर से शाम ढलते ही लोग घरों में दुबक जाते हैं. शाम को चाहकर भी लोग गांव वापस नहीं लौट पा रहे हैं, लोगों को घर लौटने के लिए सुबह का इंतजार करना पड़ता है. उन्होंने हाथियों को क्षेत्र से भगाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि क्षेत्र से हाथियों को नहीं भगाने से जनता सड़क पर उतरकर आंदोलन करने को बाध्य होंगे.
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रामविलास महतो (समाजसेवी- ईचागढ़)
Reporter for Industrial Area Adityapur