झारखंड के होमगार्ड जवान फिर से गोलबंद होते नजर आ रहे हैं. वैसे इनकी गोलबंदी स्थानीय प्रशासनिक व्यवस्थाओं को लेकर हो रही है. आपको याद दिला दें कि पिछले साल झारखंड के होमगार्ड जवानों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए बिहार व अन्य राज्यों के तर्ज पर नियमित नौकरी और ग्रेज्युटी के रूप में एकमुश्त राशि व अन्य मांगों को लेकर 35 दिनों तक राजधानी रांची में धरना- प्रदर्शन किया था. जिसके बाद सरकार ने इन्हें सरकारी कार्यालयों में पदस्थापन एवं समायोजन का भरोसा दिलाया था, लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी ना तो इनका पदस्थापन किया जा रहा है ना ही इन्हें समायोजित किया जा रहा है. शनिवार को जमशेदपुर के होमगार्डों के एक प्रतिनिधिमंडल ने कमांडेंट से मुलाकात कर एक मांग पत्र सौंपा. इसके माध्यम से इनके द्वारा जिले के सभी थानों से निजी चालकों को हटाकर उनके स्थान पर होमगार्ड जवानों को बहाल किए जाने, सरकारी स्कूल कॉलेज एवं संस्थानों में सुरक्षा कर्मियों के स्थान पर होमगार्ड जवानों को बहाल किए जाने की मांग उठाई गई. साथ ही चेतावनी दिया गया, कि अगर इनकी मांगे नहीं मानी जाती है, तो आने वाले दिनों में इनके द्वारा जिला मुख्यालय पर धरना- प्रदर्शन किया जाएगा.
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