जमशेदपुर : परसुडीह थाना क्षेत्र के गाड़ीवान पट्टी के रहनेवाले एमडी नियाज के साथ 19 फरवरी को मारपीट की गयी थी. घटना के दिन उसकी हालत खराब थी, लेकिन पुलिस की ओर से उसकी इंजूरी रिपोर्ट नहीं दिये जाने के कारण अस्पताल में परिवार के लोग इलाज नहीं करा सके थे. सोमवार की रात उसकी हालत बिगड़ने पर परिवार के लोग नियाज को लेकर सदर अस्पताल गये थे. यहां से देर रात उसे टीएमएच रेफर कर दिया गया था. अब नियाज को मंगलवार को टीएमएच से रिम्स रेफर कर दिया गया है. इसके विरोध में परिवार के लोगों और बस्ती के लोगों ने मंगलवार को परसुडीह थाने पर जाकर हंगामा किया.
इन्हें बनाया गया था आरोपी
सलीम उर्फ बाबू, लस्सु उर्फ शहजादा, बाबू उर्फ सलीम समेत सात को आरोपी बनाया गया था. घटना के दिन सोनू को भी गंभीर चोटें आयी थी. इसके ठीक दूसरे दिन सोनू को गोली मारी गयी थी. इलाज के दौरान ही सोनू ने टीएमएच में चार दिनों के बाद दम तोड़ दिया था.
परसुडीह पुलिस पर लगाया लापरवाही का आरोप
पूरे मामले में परिवार के लोगों ने परसुडीह पुलिस पर लापरवाही करने का आरोप लगाया है. अगर 19 फरवरी को ही नियाज का इलाज हो जाता तब आज उसकी हालत नहीं बिगड़ती. परिवार के लोगों का कहना है कि उनके पास बेटे का इलाज के लिये भी रुपये नहीं है. इस कारण वे रिम्स लेकर नियाज को पहुंचे हैं.