गम्हरिया: वैश्विक स्तर पर स्वयं सेवा को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिवर्ष अंतर्राष्ट्रीय वालेंटियर्स दिवस के रूप में सृजित कार्यक्रम इस वर्ष समावेशी भविष्य के लिए स्वयं सेवी थीम के साथ मनाया जा रहा है. जवाहर नवोदय विद्यालय सिजुलता- सरायकेला के पूर्व छात्र युवा स्वयंसेवी व ग्रीन पेंसिल फाउंडेशन झारखण्ड राज्य प्रभारी आकाश महतो ने वालेंटियर्स के महत्व और उसकी प्रासंगिकता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह दिवस दुनिया के किसी भी कोने पर स्वयं सेवा से जुड़े लोगों को उनके योगदान को मान्यता तथा सम्मान दिलाने का सराहनीय प्रयास है. इसके माध्यम से स्वयं सेवकों को सराहना तथा उनके कार्य को प्रोत्साहन प्रदान कर उनके निस्वार्थ समर्पण को वैश्विक पहचान दिलाने का अवसर मिलता है.
वर्तमान समय में स्वयंसेवकों ने कोविड जैसी महामारी में अपने आपको और सुदृण किया है. वे समाज की समस्याओं को दृष्टिगत करते हुए प्राकृतिक आपदाओं में राहत कार्य, शिक्षा में सुधार या फिर स्वास्थ्य सेवाओं संबंधी मदद आदि स्तर पर सरकार के संकटमोचक के तौर पर उभर कर सामने आए हैं. वे एनजीओ, सामुदायिक परियोजना आदि के माध्यम से समाज में आपसी सद्भाव के साथ- साथ सामाजिक एकता लाते हुए जीवन की गुणवत्ता में सुधार का प्रयास कर रहे हैं. साथ ही युवा स्वयंसेवी आकाश महतो ने अपने क्षेत्र के युवाओ को स्वयं सेवा के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि हर सप्ताह दो घण्टे समाज को समर्पित जरूर करें, इससे आपको सकारात्मक ऊर्जा भी मिलेगी.