सरायकेला: जिले के अल्पसंख्यक बच्चों को बेहतर शिक्षा-दीक्षा मिल सके इसके लिए सरायकेला- खरसावां जिला के चांडिल प्रखंड के कपाली में अल्पसंख्यक आवासीय स्कूल बनाया जाएगा. इसको लेकर जिला प्रशसान द्वारा जमीन चिन्हित करने का काम किया जा रहा है. इस संबंध में सरकार के अवर सचिव रवि रंजन मिश्रा ने उपायुक्त को पत्र लिख अल्पसंख्यक आवासीय स्कूल के लिए चांडिल में जमीन चिन्हित कर विभाग को प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया है. अल्पसंख्यक आवासीय स्कूल में एकलव्य मॉडल रेसीडिंसयल स्कूल के तर्ज पर बनने वाले अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय का निर्माण होगा. जहां बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा दी जाएगी. लगभग चार से पांच एकड़ भूमि में बनने वाले आवासीय स्कूल मे बच्चों को सभी सुविधाएं उपलब्ध होगी. इन विद्यालयों में वर्ग 1 से 10 तक के बच्चों को विद्यालय में रहने, खाने, पुस्तक आदि की मुफ्त सुविधा होगी. अल्पसंख्यक समुदाय के गरीब बच्चे यहां रहकर बेहतर शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे. जिले के डीसी अरवा राजकमल ने बताया कि सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा चांडिल प्रखंड में अल्पसंख्यक आवासीय स्कूल खोलने को लेकर जमीन का चिन्हित किया जा रहा है. जमीन चिन्हित कर सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा. इसके बाद विभागीय स्तर पर स्वीकृति मिलते ही स्कूल निर्माण का कार्य शुरु हो जाएगा. उन्होने बताया विद्यालय के लिए पांच एकड़ जमीन की आवश्यकता पड़ेगी.
गरीब बच्चों के लिए वरदान साबित होगा विद्यालय
कपाली क्षेत्र आर्थिक रूप से काफी पिछड़ा इलाका माना जाता है. इसके कारण गरीब परिवार के बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. अनुसूचित जाति- जनजाति के बच्चों के लिए तो पूर्व से ही जिले में विद्यालय संचालित हो रहे हैं, लेकिन अल्पसंख्यक बच्चों के लिए ऐसे विद्यालय का अभाव है. फलस्वरूप इस समुदाय के गरीब बच्चों को बेहतर तालीम पाने का सपना पूरा नहीं हो पा रहा है. सरायकेला- खरसावां जिले में अल्पसंख्यक बच्चों के लिए आवासीय विद्यालय खुलने से इस समस्या का समाधान होगा. इससे इस समुदाय के गरीब बच्चों तक शिक्षा की रोशनी पहुंच पाएगी.
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