चाईबासा/ Jayant Pramanik जिला मुखिया संघ की बैठक गोइलकेरा प्रखंड के ग्राम पंचायत कुईडा के सभागार में केंद्रीय अध्यक्ष श्री हरिन तमसोय की अध्यक्षता में संपन्न हुई. जिसमें मुखियाओं को प्रशासनिक तौर पर आने वाली समस्याओं पर चर्चा किया गया जिसमें अबुवा आवास चयन प्रक्रिया, पंचायतों को चापानल की आवश्यकता, टैंकर की आवश्यकता, डीएमएफटी मद से पंचायत को हिस्सेदारी, मनरेगा की योजनाओं में ब्लाक प्रशासन की मनमानी आदि विषयों पर चर्चा करते हुए अध्यक्ष हरिन तमसोय ने कहा कि पंचायतों को मजबूत करना हो तो मुखियाओं को अधिकार देना होगा.
पंचायत कर्मियों पर प्रशासनिक नियंत्रण प्रखंड विकास पदाधिकारी के पास है जिसके चलते पंचायत को स्वतंत्र रूप से काम करने में दिक्कत हो रही है. अब सभी मुखियाओं को ट्रेनिंग दे कर सशक्त किया जाएगा ताकि पंचायत का कार्य पंचायत कार्यालय से संभव हो पाए.
संघ के उपाध्यक्ष डॉ दिनेश चंद्र बोयपाई ने कहा पंचायती राज व्यवस्था की परिकल्पना राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने जिन उद्देश्य के लिए किया था वो अब तक पूरा नहीं हुआ है. अब भी लोग छोटे- छोटे कार्यों के लिए प्रखंड कार्यालय का चक्कर काटते हैं. इसका मुख्य कारण प्रशासन की उदासीनता है. वो नही चाहते की पंचायत का सारा काम पंचायत में हो.
संघ ने सामूहिक रूप से निर्णय लिया कि 30 जुलाई को जिला मुखिया संघ द्वारा जिला मुख्यालय का घेराव कर जन समस्याओं से सरकार और अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा. इस बैठक में सोनुआ मुखिया संघ के अध्यक्ष श्री जोसेफ मुर्मू, गोइलकेरा मुखिया संघ अध्यक्ष गणेश बोदरा, उदय चेरवा, सुनीता मेराल, द्रोपदी पूर्ति, सोनापोस की मुखिया नूर हांसदा, बारी पंचायत की सुनीता गगराई, ज्योति सोय, सुप्रिया बोदरा, मनीला जमुदा, रश्मनी माझी, संजीव कड़ियांग आदि उपस्थित हुए.