गया: गया शहर के नगर निगम के वार्ड संख्या 46 अंतर्गत ग्राम गोपी बिगहा में वर्षों से नाली की समस्या बनी हुई है. नाली के पानी का निकासी ना होने के कारण सड़कों पर गंदा पानी बहता रहता है. इतना ही नहीं गांव वालों के घरों के सामने नाले का पानी जमा रहता है और इन्हीं नाली के पानी के बीच से गांव के लोग आते-जाते हैं.
कई बार बच्चे व महिलाएं नाली में जमे पानी की वजह से सड़क पर गिरकर घायल हो चुकी हैं. जिससे उन्हें काफी चोटें भी आई हैं. ग्रामीणों द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधि और स्थानीय विधायक से शिकायत करने के बाद भी समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है.
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गोपी बिगहा गांव निवासी रामेश्वर यादव बताते हैं कि लगभग 5 से 6 सौ घरों की आबादी का गांव है. जिसमें हजारों लोग रहते हैं. एक वर्ष से ऊपर बीत गया, लेकिन नाली का निकासी ना होने के कारण सड़क पर गंदा पानी बहता रहता है. जिससे कई बार लोग गिरकर घायल भी हो चुके हैं. स्थानीय जनप्रतिनिधि व विधायक से भी कई बार शिकायत की गई. लेकिन सिर्फ टालमटोल किया जाता है. नाली के निर्माण को लेकर कोई भी पहल नहीं की गई है. आने वाले समय में नगर निगम का चुनाव होने वाला है. ऐसे में जनता से वादा कर धोखा देने वाले जनप्रतिनिधियों को अब हम लोगों ने सबक सिखाने का निर्णय लिया है.
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रामेश्वर यादव (गोपी बिगहा गांव निवासी)
वही गोपी बिगहा गांव निवासी राजेश कुमार बताते हैं कि नाली निर्माण को लेकर कई बार जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाई गई. लेकिन वे सिर्फ आश्वासन देते हैं. उनका कहना है कि अमीन द्वारा मापी कराई जाएगी. इसके बाद नाली का निर्माण व पानी की निकासी की समस्या को दूर किया जाएगा. लेकिन वर्षो बीत जाने के बाद भी समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है. बरसात में स्थिति और भी भयावह हो जाती है. नाली के पानी की निकासी ना होने के कारण मकान के सामने ही गड्ढा कर नाली का पानी बहाते हैं. जिससे आस-पास के लोगों के साथ कई बार झगड़ा भी होता है. गांव में आने का एकमात्र मुख्य सड़क है. जिस पर नाले का पानी बहता रहता है. कीचड़ हो जाने के कारण आने जाने में और भी परेशानी होती है. लेकिन समस्या कब दूर होगी इसका कोई पता नहीं.
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राजेश कुमार (नागोटांड़ गांव निवासी)
वहीं स्थानीय युवा समाजसेवी साकेत सिंह उर्फ भगत सिंह बताते हैं कि गोपी बिगहा गांव में घुसने के साथ ही सड़क पर नाले का गंदा पानी देखने को मिलता है और इन्हीं गंदे पानी के बीच से लोग आते-जाते हैं. गांव के अंदर देवी स्थान मंदिर है. मंदिर के पास भी नाले का पानी बहता रहता है. बगल में नागोंटांड़ गांव हैं. जहां लगभग 6 सौ घरों की आबादी है. यहां भी नाली का निकासी नहीं है. मजबूरी में लोग घरों के बाहर ही गड्ढा कर नाले का पानी गिराते हैं. सालों भर पानी जमा रहने से उसमें बदबू आने लगती है. लेकिन मजबूरी में लोग इसी स्थिति में जीने को मजबूर हैं. स्थानीय वार्ड पार्षद से कई बार शिकायत की गई. लेकिन समस्या दूर नहीं हुई. ऐसे में हमने पहल करते हुए स्थानीय विधायक से समस्या का समाधान करने की गुहार लगाई है. जिसके बाद आश्वासन मिला है. लेकिन अभी भी काम शुरू नहीं हो पाया है.
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साकेत सिंह उर्फ भगत सिंह (स्थानीय युवा समाजसेवी)
गया से प्रदीप कुमार सिंह की रिपोर्ट