गया: गया जिले के त्रिस्तरीय जनप्रतिनिधियों केवल अधिकार की लड़ाई लड़ने के लिए जिला परिषद उपाध्यक्ष डॉ. शीतल प्रसाद यादव के नेतृत्व में त्रिस्तरीय जनप्रतिनिधि अधिकार मंच का गठन किया गया है. जिसको लेकर शहर के काशीनाथ मोड़ के समीप एक निजी होटल के सभागार में एक बैठक का आयोजन किया गया.
इस बैठक के माध्यम से जनप्रतिनिधियों के साथ हो रही समस्याओं पर गहन विचार-विमर्श किया गया.
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इस मौके पर जिला परिषद उपाध्यक्ष डॉ. शीतल प्रसाद यादव ने कहा कि जिले के त्रिस्तरीय जनप्रतिनिधियों के अधिकारों का हनन सरकारी अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है.जिसको लेकर लड़ाई लड़ने हेतु त्रिस्तरीय जनप्रतिनिधि अधिकार मंच का गठन किया गया है. उन्होंने कहा कि चाहे वह जिला परिषद अध्यक्ष हो या किसी प्रखंड के प्रखंड प्रमुख या जिला परिषद सदस्य एवं मुखिया लोगों का किसी भी तरह का अगर योजना संबंधी बात करना हो तो अधिकारी सुनने को तैयार नहीं होते हैं. ऐसी स्थिति में जनप्रतिनिधि अपने आप को मानते हैं कि उनके अधिकारों का हनन किया जाता है. ऐसी स्थिति में अपना अधिकार पाने के लिए लड़ाई लड़ना एवं आंदोलन करना अति आवश्यक हो जाता है. जिसको लेकर जिले के सभी त्रिस्तरीय जनप्रतिनिधि को एक साथ मिलकर रहना जरूरी है. उन्होंने कहा कि जिले के सभी प्रखंडों से आए जनप्रतिनिधि के साथ मिल बैठकर बात कर इस मंच का विस्तार करने का निर्णय लिया गया है. उन्होंने यह भी कहा कि इस मंच के माध्यम से गया जिले के सभी प्रखंडों में दौरा कर जनप्रतिनिधियों के साथ हो रही समस्याओं को सुना जाएगा एवं उसे निदान करने का प्रयास करेंगे. इसके बावजूद भी अगर अधिकारी सुनने को तैयार नहीं होंगे, तो इस मंच के बैनर तले धरना प्रदर्शन एवं आंदोलन कर हक की लड़ाई लड़ेंगे.
बैठक की अध्यक्षता जिला परिषद अध्यक्ष नैना कुमारी ने किया. इस मौके पर जिला परिषद सदस्य सुरेश यादव, बालेश्वर यादव, बिंदु यादव, श्वेता यादव के अलावे कई जिला परिषद सदस्य, मुखिया, पंचायत समिति सदस्य एवं कई वार्ड सदस्य उपस्थित थे.
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शीतल प्रसाद यादव (उपाध्यक्ष- जिला परिषद)
गया से प्रदीप कुमार सिंह की रिपोर्ट