गया (Pradeep Kumar Singh) भगवान बुद्ध की पावन ज्ञान भूमि बोधगया स्थित कालचक्र मैदान में तिब्बतियों के आध्यात्मिक धर्मगुरु दलाई लामा का तीन दिवसीय प्रवचन कार्यक्रम आज से शुरू हो गया. प्रवचन सुनने को लेकर विश्व के कई देशों के हजारों की संख्या में बौद्ध श्रद्धालु बोधगया पहुंच चुके हैं. इस दौरान धर्मगुरु दलाई लामा कालचक्र मैदान पहुंचे, जहां बौद्ध धर्मगुरु एवं लमाओ ने उनका स्वागत किया.
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प्रवचन कार्यक्रम सुनने को लेकर जिला प्रशासन एवं दलाई लामा के निजी सुरक्षाकर्मियों के द्वारा लोगों को पास निर्गत किया गया है. कड़ी जांच के बाद ही कालचक्र मैदान के अंदर लोगों को प्रवेश करने दिया जा रहा है. इसके अलावा कोरोना के खतरे को देखते हुए सभी को मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है. गहन जांच के बाद ही लोग कालचक्र मैदान के अंदर प्रवेश कर रहे हैं. दलाई लामा का प्रवचन आगामी 31 दिसंबर तक चलेगा.
दलाई लामा के प्रवचन को विश्व के 15 भाषाओं में अनुवाद कर एफएम बैंड के माध्यम से सुनने की व्यवस्था की गई है. मुख्य रूप से तिब्बती, जापानी, पुर्तगाली, चीनी, मंगोलियाई, इटालियन, वियतनामी, हिंदी, नेपाली सहित 15 भाषाओं में एफएम बैंड के माध्यम से लोग धर्मगुरु दलाई लामा के प्रवचन को सुन रहे हैं.
प्रवचन के दौरान धर्मगुरु दलाई लामा ने कहा कि हमेशा दूसरों के हित के बारे में सोचना चाहिए. अगर कोई आपको नुकसान भी पहुंचाता है तो आप उसके हित के बारे में सोचें. बौद्ध धर्म लोगों को अहिंसा का संदेश देता है. आपसी भाईचारा, मैत्री और प्रेम बनाए रखना ही सबसे बड़ी बात है. खुद से ज्यादा दूसरों का ख्याल रखना चाहिए. यही सबसे बड़ी मानवता है और इससे ही मानवता का कल्याण हो सकता है.
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