गया/ Pradeep Ranjan भगवान बुद्ध की पावन ज्ञान भूमि बोधगया स्थित श्रीलंकाई मोनेस्ट्री में आयोजित धर्म, संस्कृति, संगम सह चीवरदान कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर लेकर पहुंचे. जहां उन्होंने कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर किया.
इससे पहले उन्होंने विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर के गर्भ गृह में पूजा अर्चना की. साथ ही पवित्र बोधिवृक्ष के नीचे बैठकर ध्यान लगाया. इस मौके पर आरएसएस के इंद्रेश कुमार, श्रीलंकाई मॉनेस्ट्री के जेनरल सेक्रेटरी भंते पी. सिवली थेरो, महाबोधि मंदिर प्रबंधकारिणी समिति के सचिव एन. दोरजे सहित कई देशों के बौद्ध श्रद्धालु एवं स्थानीय गणमान्य व प्रशासनिक लोग शामिल हुए.
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इस दौरान राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर के द्वारा कई देशों के बौद्ध श्रद्धालुओं को चीवरदान दिया गया. इस मौके पर राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने कहा कि वर्तमान समय में कुछ ऐसे लोग हैं, जो देश में मतभेद पैदा करना चाहते हैं. चाहे वह सांस्कृतिक रूप से हो, या धार्मिक रूप से या किसी अन्य तरीके से. लेकिन इतिहास गवाह है कि जब-जब भारत की एकता को लोगों ने ठेस पहुंचाने की कोशिश की है, तब-तब हमारे देश के लोगों ने भारत की एकता और अखंडता को और मजबूत किया है. ऐसी परिस्थिति में भारत देश ने अपनी श्रेष्ठता और संप्रभुता को और मजबूती से दिखाया है. हम लोग लगातार विकास की ओर बढ़ रहे हैं. लेकिन कुछ लोग देश में अलग ही स्थिति पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. हम ऐसे लोगों का नाम नहीं लेते लेकिन वैसे लोगों को नजरअंदाज करते हुए हमें नित्य दिन आगे बढ़ना है. इस तरह के कार्यक्रम में आकर काफी खुशी हुई है. सनातन और बौद्ध धर्म के लोग एक जगह पर इकट्ठा हुए हैं और इस धार्मिक कार्यक्रम में अन्य कई लोग भी शामिल हुए हैं. इस तरह के आयोजन से एकजुटता बढ़ती है.
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राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर (राज्यपाल- बिहार)