गया/ Pradeep Ranjan विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला 2024 पूरी तरह से चरम पर है. देश- विदेश से आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. लाखों की संख्या में तीर्थयात्री प्रतिदिन गयाजी पहुंच रहे हैं और पितरों की मोक्ष की प्राप्ति को लेकर पिंडदान और श्राद्ध कर्मकांड कर रहे हैं. इन यात्रियों को प्रशासन के अलावा स्वयंसेवी संगठन एवं स्थानीय लोग शिविर के माध्यम से सेवा दे रहे हैं.
दिन तो दिन रात्रि में भी शिविर के माध्यम से स्थानीय लोग तीर्थयात्रियों की सेवा में लगे हुए हैं. गयाजी में इन दोनों सेवा भाव पूरी तरह से दिख रहा है. इसी क्रम में शहर के चांदचौरा मोहल्ला स्थित राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के कार्यालय में तीर्थयात्रियों को दिन के अलावा रात्रि में भी कई तरह की सुविधा दी जा रही है. जहां तीर्थयात्रियों की भीड़ उक्त शिविर में देखने को मिल रही है.
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इस संबंध में राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष ठाकुर राणा रणजीत सिंह ने बताया कि यह शिविर प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मनीष पंकज मिश्रा के द्वारा संचालित किया गया है. जहां तीर्थयात्रियों को चाय, बिस्किट, ठंडा पानी की व्यवस्था प्रतिदिन अहले सुबह से शाम तक की जाती है. इसके अलावा देर संध्या तीर्थयात्रियों को हलवा, खीर, पूरी, खिचड़ी आदि का भी वितरण किया जा रहा है. अब तक लगभग 20 हजार तीर्थयात्री शिविर के माध्यम से सेवा का लाभ उठा चुके हैं. ये तीर्थयात्री जम्मू कश्मीर, उत्तरप्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, कर्नाटक सहित देश के विभिन्न राज्यों से आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य अतिथि देवो भव की तर्ज पर सेवा देना है, ताकि ये तीर्थयात्री गयाजी से एक अच्छा संदेश लेकर जाएं और वापस जाकर अपने लोगों को बताया कि गया में किस तरह से लोग तीर्थयात्री की सेवा करते हैं ? उन्होंने कहा की सेवा का यह कार्य पूरे पितृपक्ष मेला तक जारी रहेगा.
सेवा करने वालों में ठाकुर कुंदन सिंह, भोला सरकार चंद्रवंशी, इंदू प्रजापति, महेश यादव, मंटू कुमार सहित कई लोगों शामिल है.
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ठाकुर राणा रंजीत सिंह (कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष- राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन)