गया/ Pradeep Ranjan विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला 2024 का सफलतापूर्वक समापन हो गया. इस दौरान देश- विदेश से पहुंचे लाखों तीर्थयात्रियों ने पूर्वजों की मोक्ष की प्राप्ति के लिए विभिन्न पिंड वेदियों पर पिंडदान कर्मकांड किया. जिला प्रशासन के अलावा स्थानीय स्वयंसेवी संगठनों के द्वारा तीर्थयात्रियों के लिये बेहतर व्यवस्था की गई.
इसी क्रम में पितृपक्ष मेला के समापन की देर संध्या पर राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के द्वारा तीर्थयात्रियों के लिए भंडारा का आयोजन किया गया, जहां प्रसाद स्वरूप तीर्थयात्रियों के बीच पूरी, सब्जी व बुंदिया का वितरण किया गया. जहां बड़ी संख्या में तीर्थ यात्रियों ने प्रसाद ग्रहण किया.
इस मौके पर राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मनीष पंकज मिश्रा ने कहा कि विगत 18 सितंबर को इस शिविर का उद्घाटन जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एससम और एसएसपी आशीष भारती के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया था. तब से लेकर आज तक तीर्थयात्रियों को सुबह में चाय, बिस्किट, ठंडा पेयजल आदि की व्यवस्था की जाती रही. वहीं देर संध्या प्रतिदिन कभी खीर तो कभी खिचड़ी, पोहा सहित अन्य व्यंजन तीर्थयात्रियों के बीच वितरण किया जाता रहा. आज अंतिम दिन भंडारा का आयोजन किया गया है. जहां तीर्थयात्रियों के बीच प्रसाद स्वरूप पूरी, सब्जी व बुंदिया का वितरण किया गया है. उन्होंने कहा कि लाखों तीर्थ यात्रियों को शिविर के माध्यम से सेवा दी गई है. आगे भी आने वाले पितृपक्ष मेला में तीर्थयात्रियों के लिए बेहतर व्यवस्था की जाएगी.
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डॉ. मनीष पंकज मिश्रा (प्रदेश अध्यक्ष- राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन)
इस कार्य में संगठन से जुड़े तमाम सदस्यों की भूमिका सराहनीय रही है.
सेवा करने वालों में राणा रणजीत सिंह, कुंदन सिंह, राजेंद्र प्रसाद अधिवक्ता, संतोष ठाकुर, गुड़िया देवी, आंगनबाड़ी सेविका सारिका वर्मा, हीरा यादव, सुनील बंबईया, दीपक पांडेय, सुरेंद्र कुमार गोपाल प्रसाद यादव, महेश यादव, मंटू कुमार, बबलू गुप्ता विजय प्रसाद आदि लोग शामिल थे.
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