गया/.Pradeep Ranjan भारतीय सनातन धर्म में विदेशी मेहमानों का विश्वास बढ़ता जा रहा है. आए दिन देश- विदेश के पिंडदानी पितरों की मोक्ष कामना के लिए गयाजी पहुंचते हैं और पिंडदान कर्मकांड करते हैं. इसी क्रम में 160 की संख्या में गया पहुंचे विदेशी मेहमानों ने शहर के देवघाट पर पिंडदान किया है. स्थानीय पंडा के द्वारा पूरे विधि विधान से पिंडदान की प्रक्रिया संपन्न कराई गई. मुख्य रूप से रूस एवं आसपास के देशों से आए विदेशी मेहमानों ने पिंडदान कर्मकांड किया है.
इस मौके पर स्थानीय पंडा अरविंद कटिरयार ने बताया कि रसिया सहित 17 देश से आए 160 की संख्या में रहे विदेशी मेहमानों ने पिंडदान कर्मकांड किया है. इनका सनातन धर्म में विश्वास बढ़ा है, यही वजह है कि ये पिंडदान कर्मकांड करने के लिए गयाजी पहुंचे हैं, स्थानीय पंडा मुनीलाल कटिरयार के द्वारा पिंडदान कर्मकांड की प्रक्रिया संपन्न कराई गई है. मुख्य रूप से 3 पिंडवेदियों पर इन लोगों ने पिंडदान किया है. पितरों की मोक्ष कामना को लेकर ये लोग गयाजी पहुंचे हैं और पिंडदान कर्मकांड कर रहे हैं. पूरे विधि विधान से पिंडदान की प्रक्रिया संपन्न कराई गई है. वर्तमान समय में यह देखा गया है कि पिंडदान कर्मकांड में विदेश से आने वाले लोगों की आस्था बढ़ी है. यही वजह है कि पितृपक्ष मेला समाप्त होने के बाद भी बड़ी संख्या में विदेश से आए लोगों ने पिंडदान कर्मकांड किया है.