.गया/ Pradeep Ranjan धार्मिक शहर गयाजी में इन दोनों पितृपक्ष मेला चल रहा है. जहां देश- दुनिया से आए लोग अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान कर रहे हैं. इसी क्रम में यूक्रेन से आई युवती ने गयाजी तीर्थ में पूरे श्रद्धा के साथ पिंडदान और तर्पण कर्मकांड किया.
अपने परिजनों के साथ- साथ रूस- यूक्रेन युद्ध मे मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए यहां धार्मिक कर्मकांड की है. शहर के फल्गु नदी के तट पर स्थित देवघाट पर पूरे विधि- विधान के साथ पंडा के द्वारा पिंडदान कर्मकांड कराया गया.
video
इस दौरान यूक्रेनी युवती ने बताया कि उसके देश की हालत बहुत ही खराब है. युद्ध अभी भी जारी है और लोग मारे जा रहे हैं. हम प्रार्थना करते हैं कि युद्ध खत्म हो और शांति स्थापित हो. वह बताती है कि युद्ध के दौरान रसिया के हमले में उसके माता- पिता सहित परिवार के कई सदस्य मारे गए हैं. युद्ध बंद कर शांति बहाल होनी चाहिए. उसने बताया कि वह गयाजी में यूक्रेन के लोगों के अलावा रसिया देश में भी मारे गए लोगों की आत्मा के शांति के लिए यहां पिंडदान संपन्न कर रही हैं. विश्व में कहीं मोक्ष भूमि है तो गयाजी है. गयाजी में पितरों व पूर्वजों की आत्मा के शांति के लिए पिंडदान किया जाता है, मैं दूसरी बार गयाजी में पिंडदान कर रही हूं. पहली बार जब वह आई थी तो काफी शांति महसूस हुआ था. अब दूसरी बार युद्ध में मारे गए अपने माता- पिता व अन्य परिवार जनों के आत्मा की शांति के लिए पिंडदान संपन्न कर रही है.
बाइट
Ulia Zitomeras sky यूक्रेन से आई युवती.
वहीं इस युवती को कर्मकांड करवा रहे पुरोहित और यूरोप में सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार करने वाले पंडित लोकनाथ गौड़ ने बताया कि यूक्रेन से काफी संख्या में सनातन धर्म मानने वाले श्रद्धालु यहां आए हैं. आज Ulia-Zitomeras sky पिंडदान करने गया के देवघाट पहुची हैं. इनके माता पिता का निधन हो गया. जिनकी आत्मा की शांति के लिए पिंडदान और तर्पण कर रही हैं. साथ ही रूस के साथ युद्ध मे मारे गए अपने देश वासियों की आत्मा की शांति के लिए भी पिंडदान और तर्पण कर रही हैं.
बाइट
लोकनाथ गौड़ (पुरोहित)