गया/ Pradeep Ranjan शहर के बाईपास रोड स्थित बिहार लोक प्रशासन एवं ग्रामीण विकास संस्थान बिपार्ड में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें बतौर मुख्य अतिथि बिपार्ड के महानिदेशक केके पाठक सहित कई अधिकारी शामिल हुए, जहां लोगों ने मणिपुर की प्रशिक्षण प्राप्त महिलाओं को सर्टिफिकेट दिया. कार्यक्रम का शुभारंभ आगत अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया. इस दौरान प्रशिक्षण के दौरान किए गए अनुभव को साझा किया गया. साथ ही अधिकारियों के द्वारा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने हेतु कई टिप्स दिए गए.
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल बिपार्ड के महानिदेशक केके पाठक ने कहा कि जिस तरह से बिहार में जीवका दीदी मॉडल बन चुकी है, उसी के तर्ज पर मणिपुर की दंगा ग्रसित महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु वहां की सरकार के द्वारा आग्रह किया गया था, जिसके बाद बिहार सरकार के द्वारा गया के बिपार्ड के प्रांगण में मणिपुर की महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया. यह प्रशिक्षण विगत सितंबर 13 सितंबर से 7 अक्टूबर तक आयोजित किया गया था. जिसमें महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने, जीवन में आगे बढ़ाने, समस्याओं का सामना करने हेतु कई तरह के प्रशिक्षण दिए गए, आज इन महिलाओं को सर्टिफिकेट भी दिया गया है. इसके बाद ये वापस जाकर मणिपुर के कैंप में लोगों को आत्मनिर्भर बनाने का काम करेंगी. उन्होंने कहा कि मणिपुर में दंगा होने पर वहां की स्थिति काफी दयनीय हो गई थी. वहां की महिलाओं की स्थिति और भी ज्यादा खराब हो गई थी. उन्हें स्वालंबन एवं आत्मनिर्भर बनाने हेतु प्रशिक्षण दिया गया है. अगर वहां की सरकार और भी चीजों के लिए मदद मांगती है या प्रशिक्षण देने के लिए आग्रह करती है, तो उसे भी पूरा किया जाएगा.
इस मौके पर बिपार्ड के एडीजी प्रेम सिंह मीणा, रिटायर्ड सेवानिवृत न्यायाधीश आशा मेनन, सेवानिवृत्ति न्यायाधीश गीता मित्तल, प्रो. बी. वेंकटेश सहित अन्य कई अधिकारी मौजूद थे.