गया/ Pradeep Ranjan नवादा विधि महाविद्यालय के प्रांगण में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ आगत अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया. इस सेमिनार में मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. एलपी शाही, बिहार सरकार के पूर्व मंत्री सह एमएलसी डॉ. नीरज कुमार, जबलपुर के कुलपति सहित देश के कई शिक्षाविद शामिल हुए.
इस दौरान विद्यालय के छात्र- छात्राओं द्वारा स्वागत गान की प्रस्तुति की गई. वही विद्यालय के प्राचार्य डॉ. डीएन मिश्रा द्वारा आगत अथितियों को बुके व अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया.
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इस मौके पर प्राचार्य डॉ. डीएन मिश्रा ने कहा कि विधि छात्रों के लिए यह सेमिनार इस बात की गहन समझ विकसित करने का एक सुनहरा अवसर है कि कैसे संविधान और कानून समाज में न्याय सुनिश्चित करते हैं. यह सेमिनार न केवल विधि के छात्रों के लिए ज्ञानवर्धन करेगा, बल्कि उन्हें सामाजिक समस्याओं के समाधान के लिए कानूनी दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित भी करेगा. इस संदर्भ में अतिथियों का अनुभव और ज्ञान छात्रों के लिए प्रेरणास्रोत होगा. हमें यह समझने की आवश्यकता है कि संविधान केवल एक कानूनी दस्तावेज नहीं बल्कि एक जीवंत दस्तावेज है, जो समय के साथ विकसित होता है और समाज की जरूरतों को ध्यान में रखता है. इस सेमिनार के माध्यम से हम संविधान की प्रासंगिकता और कानून की भूमिका पर चर्चा करते है. इस तरह के सेमिनार से छात्रों और अध्यापकों मे बेहतर तालमेल होता है. इस सेमिनार को चाणक्य महाविद्यालय पटना के प्रोफेसर डॉ. अजय कुमार सिंह. महात्मा गाँधी विधि महाविद्यालय, वाराणसी सेंट्रल यूनिवर्सिटी के पवन कुमार मिश्रा, पटना लॉ कॉलेज के प्रिंसिपल द्वारा को संबोधित किया गया. इस मौके पर महाविद्यालय के सचिव कला देवी. डॉ मनीष पंकज मिश्रा. मीना मिश्रा सहित कई गणमान्य लोग शामिल हुए.
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डॉ. डीएन मिश्रा (प्राचार्य- नवादा विधि महाविद्यालय)