गया/ Pradeep Ranjan शहर में एक अजीबो- गरीब मामला सामने आया है, जहां आगलगी की घटना के बाद दुकानदार ने मकान मालिक पर ही जानबूझकर आग लगाने का आरोप लगाया है. घटना के बाद पीड़ित मकान मालिक ने थाने में आवेदन देकर इंसाफ की गुहार लगाई है.
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इस संबंध मेरे शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र के बाटा मोड़ मोहल्ला के समीप रहने वाले विजय कुमार ने बताया कि गत दिनों उनके मकान में देर रात्रि आगलगी की घटना हुई. स्थानीय लोगों के द्वारा सूचना दी गई की आपके मकान में आग लग गई है. उन्होंने बताया कि उस समय हम अपने नए मकान में परिवार के साथ सो रहे थे. जानकारी मिलने के बाद अपने पुराने मकान के पास पहुंचे तो देखा कि आग लगी हुई है और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां आग बुझाने में लगी हुई है. काफी मशक्कत के बाद आग बुझाया गया. इस दौरान शॉर्ट सर्किट हो जाने की वजह से घर के कई सामान क्षतिग्रस्त हो गए. जिससे हमें काफी नुकसान हुआ. उन्होंने बताया कि मकान के नीचे हमलोगों ने शिवधर पंडित नामक व्यक्ति को एक दुकान किराये पर दी है. आग उसी दुकान में लगी और देखते-देखते काफी फैल गई, लेकिन दुकानदार शिवधर पंडित के द्वारा हमलोगों पर ही जानबूझकर आग लगाने का आरोप लगाया जा रहा है, जो पूरी तरह से बेबुनियाद है. उन्होंने कहा कि दुकानदार शिवधर पंडित ने जान- बूझकर इंश्योरेंस क्लेम लेने के लिए अपनी दुकान में आगलगी कि घटना को अंजाम दिया है. उन्होंने हमारे बड़े भाई से एग्रीमेंट कर उन्हें लाखों रुपया दिया है. उनकी मंशा है कि और ज्यादा पैसे देकर मकान को अपने नाम से रजिस्ट्री करवा ले. हमने इस पूरी घटना की सूचना कोतवाली थाना को दी है. हम पुलिस से मांग करते हैं कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जाए और इस मामले में जो भी दोषी हो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.
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विजय कुमार, पीड़ित.
वही पीड़ित विजय कुमार की पत्नी निशा गुप्ता ने बताया कि शिवधर पंडित के द्वारा लगातार हमलोगों को प्रताड़ित किया जा रहा है, जो दुकान हमलोगों ने किराए में दे रखी है, उसके अलावा भी आंगन में अपने सामानों को गोदाम बनाकर उन्होंने रखा हुआ हैं, जिससे हमें आने-जाने में भी परेशानी होती है. वहीं वे लोग बार-बार मकान खाली करने की बात कहते हैं, ताकि वे पूरे मकान पर कब्जा कर सके. आगलगी की घटना भी उन्होंने जानबूझकर की है. जिसकी सूचना हमलोगों ने कोतवाली थाने को दी है. हम पुलिस-प्रशासन से मांग करते हैं कि पूरे मामले की जांच की जाए और हमें इंसाफ दिलाया जाए.
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निशा गुप्ता, पीड़ित की पत्नी.