गया/ Pradeep Ranjan शहर के टिल्हा धर्मशाला के समीप एक निजी आवास के परिसर में जन सुराज विचार मंच की एक बैठक आयोजित की गई. बैठक में सामाजिक कार्यकर्ता, बुद्धिजीवियों, प्रबुद्ध जनों ने जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर के विचार धाराओं से प्रभावित होकर भाग लिया.
इस मौके पर समाजसेवी संजय कुमार सिन्हा ने कहा कि प्रशांत किशोर बिहार समेत पूरे देश में सबका मान, सबका विकास की अवधारणा को लेकर आगे बढ़ रहें हैं. हम जन सुराज से जुड़कर बिहार के बेहतर विकास के लिए बेहतर विकल्प बन सकते हैं. प्रशांत किशोर लगातार विभिन्न जिलों का दौरा कर अपनी बातों को रख रहे हैं. हम उनसे आग्रह करेंगे कि गया में भी वे आए और अपनी बातों को रखें. इसे लेकर हमलोग उनका पुरजोर स्वागत करेंगे.
बैठक में वक्ताओं ने जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर के विचारधारा को मजबूत करने और बिहार से जाति और धर्म के नाम पर विकास बाधित करने को लेकर संवाद कार्यक्रम की शुरुआत हुई.
वहीं सामाजिक कार्यकर्ता रजनीश कुमार ने कहा कि देश की राजनीति जातियों में सिमट कर रह गई है. यही कारण है कि देश की व्यवस्था कमजोर हो रही है. जब तक हर व्यक्ति जात पात से उठकर राजनीति में अपना योगदान नहीं देगे, तब तक व्यवस्था में सुधार नहीं हो सकता है. ऐसी स्थिति में जन सुराज मंच की विचारधारा को आगे लेकर चलना चाहिए.
साथ ही बैठक को संबोधित करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता अंजनी वर्मा ने कहा अभियान के संस्थापक प्रशांत किशोर के प्रयास का समर्थन करते हुए कहा की बिहार से ही बिहार व देश को सकारात्मक बदलाव की कोशिश होगी, जो स्वागत योग्य है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में प्रशांत किशोर के विचारधाराओं को युवाओं, महिलाओं एवं बुजुर्गों का समर्थन मिलेगा. बताया कि बिहार में कृषि, शिक्षा, रोजगार, उद्योग आदि मामले में जिला से लेकर राज्य तक अपेक्षा की जानकारी जमीनी स्तर पर प्रशांत किशोर को है. उपेंद्र सिंह ने कहा कि प्रशांत किशोर एक चर्चित राजनीतिक व रणनीतिकार है. उनके साथ अच्छे व शिक्षित लोगों की समर्पित सशक्त टीम है. बिहार को लेकर उनका दृष्टिकोण साफ है. हम उनके साथ कदम से कदम मिलाकर चलने को तैयार है. बैठक में अधिवक्ता कमलेश दास, अधिवक्ता राजीव रंजन सिन्हा, मृत्युंजय सिंह, कृष्णा सिंह, पिंटू वर्णवाल, गोपाल चौरसिया, सूरज पाल, अनूप कुमार, मनोज कुमार, राजकुमार, राकेश कुमार सिन्हा, विजय राम, राजीव कुमार, अमरकांत सिंह समेत कई लोग मौजूद थे.