गया (Pradeep Kumar Singh) शहर के दुर्गा बाड़ी मंदिर के प्रांगण में जगधात्री पूजा का भव्य आयोजन किया गया. जिसमें बंगाली समाज की महिलाएं- पुरुष, बच्चे और बूढ़े शामिल हुए. इस दौरान मां दुर्गा की विशेष रूप से पूजा की गई. साथ ही भंडारा का भी आयोजन किया गया. कार्यक्रम का आयोजन दुर्गाबाड़ी समिति के बैनर तले किया गया.
इस मौके पर दुर्गाबाड़ी समिति के सचिव विश्वदीप चौधरी उर्फ डोना दा ने बताया कि जगधात्री पूजा का आयोजन किया गया है. जिसमें समाज के लोग शामिल हुए हैं. जिस तरह से दशहरा के समय सप्तमी, अष्टमी और नवमी को तीन दिन मां दुर्गा की पूजा की जाती है, उसी तरह अक्षय नवमी को एक ही दिन मां शेरावाली जगधात्री की पूजा की जाती है.
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उन्होंने बताया कि इस दौरान मां को भोग भी लगाया गया है. साथ ही भव्य भंडारे का भी आयोजन किया गया है. जहां सैकड़ों की संख्या में लोगों ने भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया है. उन्होंने कहा कि पूजा का मुख्य उद्देश जगत का कल्याण करना है. इसमें मां दुर्गा के रूप की पूजा की जाती है. यह परंपरा 1932 से लगातार चली आ रही है. प्रत्येक वर्ष अक्षय नवमी के दिन जगधात्री पूजा का आयोजन किया जाता है.
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विश्वदीप चौधरी (सचिव- दुर्गाबाड़ी समिति, गया)
वही कार्यक्रम में शामिल स्थानीय समीर कुमार सरकार ने कहा कि जग दात्री पूजा का आयोजन प्रतिवर्ष किया जाता है. जहां-जहां दशहरा की पूजा होती है, वहां इस पूजा को करना अनिवार्य माना जाता है. यह परंपरा वर्षो से चली आ रही है. यही वजह है कि दुर्गाबाड़ी समिति के द्वारा इस पूजा का आयोजन किया गया है. साथ ही प्रसाद के रूप में फल और खिचड़ी भक्तों को खिलाया जा रहा है. दूर-दूर से लोग यहां आए हुए हैं और इस पूजा में शामिल हुए हैं. पूजा का मुख्य उद्देश्य पूरे जगत का कल्याण करना है, क्योंकि यह जगत माता की पूजा की जाती है. इसलिए इसका मुख्य उद्देश्य समस्त लोगों का कल्याण करना है.
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समीर कुमार सरकार (स्थानीय)