गया (Pradeep Kumar Singh) गांव की सरकार का चुनाव हुए कई महीने बीत गए. बावजूद इसके ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्य बाधित है, क्योंकि ग्राम सभा की बैठकों में पदाधिकारियों एवं संबंधित विभाग के कर्मचारियों के ना आने से विकास का कोई भी कार्य नहीं हो पा रहा है.
इसी क्रम में गया जिले के बोधगया प्रखंड के कंहौल पंचायत में ग्राम सभा की बैठक का आयोजन किया गया, लेकिन बैठक में कुछ जनप्रतिनिधियों के अलावा संबंधित विभाग के कई अधिकारी नहीं आए. जिसे लेकर जनप्रतिनिधियों ने नाराजगी जताई है.
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इस संबंध में मुखिया प्रतिनिधि शंकर प्रसाद यादव ने बताया कि आज कंहौल पंचायत के मध्य विद्यालय, हरली कला के प्रांगण में ग्राम सभा की दूसरी बैठक आयोजित की गई है. जिसमें वार्ड सदस्य सहित सभी जनप्रतिनिधि शामिल हुए हैं. लेकिन संबंधित विभाग के कई पदाधिकारी नहीं आए हैं. इसे लेकर जनप्रतिनिधियों में नाराजगी है. प्रायः यह देखा जा रहा है कि बैठक में पदाधिकारी नहीं आते हैं. जिस कारण विकास का कार्य नहीं हो पा रहा है. पंचायत सचिव के बार-बार स्थानांतरण के कारण भी कार्य बाधित है. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में नली-गली की सबसे बड़ी समस्या है. अगर पदाधिकारी आते हैं, तो बैठक में इन मुद्दों को पारित करने के बाद कार्य कराया जा सकता है, लेकिन ये सारे कार्य बाधित है. इसके अलावा क्षेत्र में किसानों को पटवन की सबसे बड़ी समस्या है, क्योंकि कंहौल पंचायत में पानी की समस्या विगत कई वर्षों से है. इसके लिए हमलोग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मांग करते हैं कि मुहाने पईन की खुदाई कराई जाए. ताकि पंचायत में पानी आए और किसानों को पटवन की समस्या ना हो. मुखिया फंड से मुहाने पईन का कार्य नहीं हो सकता, क्योंकि इसमें बड़ी राशि खर्च होगी. इसके लिए हम सभी जनप्रतिनिधि मुख्यमंत्री के पास जाकर उनसे मुहाने पईन की खुदाई की मांग करेंगे. ताकि पानी की समस्या को दूर किया जा सके.
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शंकर प्रसाद यादव (मुखिया प्रतिनिधि- कंहौल पंचायत)
Reporter for Industrial Area Adityapur