गया/ Pradeep Ranjan फ्रांसीसी राजदूत डॉ. थिएरी माथू अपनी पत्नी सिसिल माथू एवं अन्य गणमान्य मेहमानों के साथ भगवान बुद्ध की ज्ञान भूमि बोधगया पहुंचे. उनके साथ ग्रेगोर त्रुमुल (डाइरेक्टर इंस्टीट्यूट फ्रांसे इन इडिंया), दिदियर तारपैं (कॉन्सुल जेनेरल फ्रँस) एवं अंजिता रॉय चौधरी (प्रेस और राजनयिक संपर्क अधिकारी) भी मौजूद थे. उनका स्वागत मम्मी जी निःशुल्क आवासीय विद्यालय के बच्चों ने भारतीय परंपरा के अनुसार तिलक लगाकर व आरती उतारकर किया. इस तरह के स्वागत से विदेशी मेहमान बहुत खुश हुए.
इस दौरान मम्मी जी द्वारा गरीब एवं असहाय बच्चों के उत्थान के लिए किए जा कार्यों की जानकारी प्राप्त कर फ्रांसीसी राजदूत डा. थिएरी माथू बहुत प्रशन्न हुए एवं उन्होंने मम्मी जी के द्वारा किए जा रहे कार्यों को सराहा. गौरतलब है कि फ्रांसीसी महिला डॉ. जेनी पेरे विगत 22 सालों से लगातार अपने देश एवं परिवार को त्यागकर बोधगया में बिहार के गरीब बच्चों एवं जरूरतमंद लोगों के लिए मुफ्त में शिक्षा प्रदान करके और महिलाओं को सशक्त बनाने में लगी हुई है. वही विदेशी मेहमानों के आगमन को लेकर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया. बच्चों ने राजदूत और उनकी पत्नी के स्वागत में रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया.
अतिथियों को समाजसेवी मुन्ना पासवान ने विद्यालय का भ्रमण कराया तथा विभिन्न गांवों में किए जा रहे कार्यों को चित्र के माध्यम से दर्शाया. उन्होंने विदेशी मेहमानों को बताया कि मम्मी जी बच्चों को पढ़ाने के साथ- साथ उन्हें योग, कराटे, एक्यूप्रेशर, नृत्य, स्पोकन इंग्लिश, फ्रेंच भाषा का निःशुल्क प्रशिक्षण भी दे रही हैं. गरीब व असहाय लड़कियों व महिलाओं को अपने पैरों पर खड़े होने का हुनर भी सिखा रही हैं. कुशल शिक्षक लड़कियों के लिए ब्यूटीशियन कोर्स, सिलाई, कढ़ाई, कंप्यूटर प्रशिक्षण समेत विभिन्न कोर्स का प्रशिक्षण दे रहे हैं.
वही राजदूत की पत्नी सिसिल माथू ने कहा कि बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए अपने जीवन के 22 साल समर्पित करना कोई छोटी बात नहीं है. हिंदी ठीक से न बोल पाने के बावजूद बच्चों की भावनाओं को एक मां ही समझ सकती है. जो फ्रांस की महिला डॉ. जेनी पेरी ने कर दिखाया है. मम्मी जी फ्रांस के लोगों के लिए आदर्श हैं. हर महिला के अंदर एक मातृत्व भावना छिपी होती है लेकिन मां बनना सैकड़ों बच्चों, महिलाओं और उनके माता- पिता के लिए सम्मान की बात है. मौके पर बोधगया के सभापति ललिता देवी, विद्यालय की रानी सिंह सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे.