गया/ Pradip Ranjan : अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थल बोधगया स्थित बट लाओस मोनिस्ट्री में कठिन चीवरदान समारोह का आयोजन किया गया. इस दौरान श्रद्धालुओं द्वारा 150 बौद्ध भिक्षुओं के चीवरदान दिया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ बौद्ध परंपरा के अनुसार धार्मिक मंत्रोच्चारण के साथ किया गया. इस मौके पर बट लाओस मोनिस्ट्री के भिक्षु इंचार्ज भंते साईसाना ने बताया कि आज कठिन चीवरदान समारोह का आयोजन किया गया है. श्रद्धालुओं द्वारा बौद्ध भिक्षुओं को चीवनदान देने की परंपरा भगवान बुद्ध के समय से चली आ रही है.
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भंते साईसाना, भिक्षु इंचार्ज, बट लाओस मोनेस्ट्री
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संजय कुमार, केयरटेकर, बट लाओस मोनेस्ट्री
चीवरदान के रूप में बौद्ध भिक्षुओं को कपड़ा दिया जाता है, जिसे धारण कर बौद्ध भिक्षु जीवन-यापन करते हैं. वर्षावास के दौरान 3 महीने तक बौद्ध भिक्षु एक जगह पर रहकर ही साधना करते हैं. वर्षवास समाप्त होने के बाद बौद्ध भिक्षुओं को चीवरदान दिया जाता है. इसके अलावा विश्व शांति के लिए भी प्रार्थना की गई है. वर्तमान परिवेश में कई देशों के बीच युद्ध हो रहा है. जिसमें लाखों लोग मारे जा रहे हैं. युद्ध पर रोक लगे, इसके लिए भी बौद्ध परंपरा के अनुसार पूजा-पाठ किया गया है.
वहीं बट लाओस मोनिस्ट्री के केयरटेकर संजय कुमार ने बताया कि 150 बौद्ध भिक्षुओं के बीच चीवरदान दिया गया है. जिनमें कंबोडिया, वियतनाम, लाओस, म्यांमार सहित भारत देश के भी बौद्ध भिक्षु शामिल हैं. यह परंपरा वर्षो से चली आ रही है. जिसका निर्वहन आज भी किया गया है. पूरे धार्मिक वातावरण में बौद्ध परंपरा के अनुसार पूजा-पाठ कर श्रद्धालुओं द्वारा चीवरदान दिया गया है. कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अन्य देशों से भी श्रद्धालु बोधगया पहुंचे हैं.