गया (Pradeep Kumar Singh) लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा का आज तीसरा दिन है. जहां देर संध्या छठ व्रती भगवान सूर्य को अर्घ्य देंगे. वैसे तो जिला प्रशासन द्वारा शहर के लगभग सभी घाटों पर व्यापक व्यवस्था की गई है, लेकिन गया जिले के मानपुर प्रखंड के लखीबाग मोहल्ले के घाट पर किसी तरह की व्यवस्था नहीं होने के कारण स्थानीय लोगों ने आपसी सहयोग और श्रमदान से लगभग डेढ़ किलोमीटर लंबा घाट बनाया है.
इसे लेकर लोगों के द्वारा खुद ही साफ-सफाई की गई. ट्रैक्टर व पोकलेन मशीन लगाकर घाट का निर्माण कराया गया. जहां छठ व्रती देर संध्या अर्घ्य देंगे. इसे लेकर घाटों पर वॉच टावर, चेंजिंग रूम, नींबू पानी सहित शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की गई है.
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इस संबंध में लखीबाग मोहल्ला निवासी समाजसेवी राजीव कुमार कन्हैया ने कहा कि विगत 20 वर्षों से लखीबाग छठ पूजा समिति के द्वारा फल्गु नदी के पूर्वी तट पर आपसी सहयोग से छठ पूजा में व्यापक व्यवस्था की जाती है. जिला प्रशासन एवं नगर निगम के द्वारा इस बार इस घाट पर कोई व्यवस्था नहीं की गई. जिसके बाद मोहल्ला वासियों ने बैठक कर निर्णय लिया और स्वयं हमलोगों ने डेढ़ किलोमीटर लंबा घाट बनाया है. इसके अलावा यहां 20 चेंजिंग रूम, वॉच टावर एवं स्टाल के माध्यम से नींबू-पानी, शरबत व शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की है. इसे लेकर विगत 5 दिनों से हम लोग लगातार मेहनत कर रहे हैं. ट्रैक्टर और पोपलेनमशीन के द्वारा लंबे डेढ़ किलोमीटर घाट का निर्माण कराया गया है.जहां हजारों छठव्रती भगवान सूर्य को देंगे. छठ पूजा जैसे पावन पर्व पर भी नगर निगम का रवैया उदासीन है. इस घाट पर नगर निगम के द्वारा कोई व्यवस्था नहीं की गई है. प्रत्येक वर्ष नगर निगम इस घाट के प्रति इसी तरह की उदासीनता दिखाता है. लाचार होकर हमलोग स्थानीय सहयोग से श्रमदान कर छठ व्रतियों के लिए घाट का निर्माण कराते हैं. छठ घाट पर किसी तरह की ज्यादा भीड़भाड़ ना हो, इसलिए लंबा घाट बनाया गया है.
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राजीव कुमार कन्हैया (समाजसेवी)