गया/ Pradeep Ranjan सीबीआई ने एनआईए के डीएसपी के साथ दो दलाल को 20 लाख रुपए घूस लेते गिरफ्तार किया है. एनआईए डीएसपी अजय प्रताप सिंह पटना में स्थापित है. उनके अलावा गिरफ्तार होने वाले दो दलालों में एक उनका साला बताया जा रहा है. जबकि दूसरा कौन है ? यह स्पष्ट नहीं हुआ है.
डीएसपी अजय प्रताप वहीं है, जो बीते दिनों 19 सितंबर को पूर्व एमएलसी मनोरमा देवी के गया के एपी कॉलोनी स्थित आवास पर हुई छापेमारी को लीड कर रहे थे. अजय प्रताप यूपी के चंदौली के रहने वाले हैं. डीएसपी के साले मनोरमा देवी के यहां हुई छापेमारी मामले को रफादफा करने के लिए हुई डील के तहत 20 लाख रुपए लेने आए थे. सीबीआई ने उन्हें रुपए की लेनदेन के वक्त ही दबोचा है. इस घटना से पुलिस, एनआईए और सीबीआई में जबरदस्त गहमागहमी बनी है.
ग़ौरतलब है कि विगत 19 सितंबर को एनआईए ने पूर्व एमएलसी मनोरमा देवी के आवास पर रेड की थी. कार्रवाई 19 घण्टे तक चली थी. मनोरमा देवी और उनके दो लड़कों का नकल्स कनेक्शन को लेकर उक्त रेड हुई थी. उनके घर से 4.3 करोड़ एवं 10 हथियारों की बरामदगी हुई थी. हालांकि इस मामले में पूर्व एमएलसी मनोरमा देवी ने 19 सितंबर की रात अपनी सफाई में कहा था कि एनआईए ने छापेमारी की है और कुछ रुपए जब्त किए हैं, लेकिन रुपए कितने जब्त किए गए ? इस बात का खुलासा उन्होंने नहीं किया था.
वहीं दूसरी ओर उसी रात एनआईए ने प्रेस रिलीज जारी कर खुलासा किया था कि कार्रवाई के दौरान 4 करोड़ से अधिक रुपए जब्त किए गए हैं.
सूत्रों का कहना है कि एनआईए की रेड के दौरान ही मामले को रफादफा करने की डील डीएसपी अजय प्रताप से 20 लाख में हुई थी. उसी डील के तहत डीएसपी के साले बुधवार को 20 लाख रुपए लेने के लिए आए थे. उनके साथ एक और व्यक्ति भी था. कहा जा रहा है कि वह एनआईए से जुड़ा है. उस डील की भनक किसी तरह से सीबीआई को लग गई और दिल्ली सीबीआई ने बुधवार की देर रात कार्रवाई करते हुए उक्त लोगों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.
यह कार्रवाई सीबीआई ने गया-डोभी रोड स्थित मगध यूनिवर्सिटी के आसपास की है. सूत्रों का कहना है कि उसी इलाके में डील के तहत रुपए की लेनदेन हो रही थी.