गया/ Pradeep Ranjan 12 मार्च को भारत छोड़ो आंदोलन के तहत दांडी यात्रा निकाली गई थी, जो अपने आप में ऐतिहासिक थी.

उस घटना को याद कर आज भाजपा नेताओं ने श्रद्धा सुमन व्यक्त किया.
इस मौके पर भाजपा किसान मोर्चा सह प्रभारी डॉ. मनीष पंकज मिश्रा ने कहा कि दांडी यात्रा स्वतंत्रता संग्राम का अमूल्य अध्याय था. राष्ट्रपति महात्मा गांधी के नेतृत्व में 12 मार्च 1930 को यह यात्रा शुरू हुई थी. यह दांडी यात्रा ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ सत्याग्रह का प्रतीक बनी. नमक पर अंग्रेजों के एकाधिकार को तोड़ने के लिए गांधी जी ने साबरमती आश्रम से 78 सत्याग्रहियों के साथ 240 मील लंबी यात्रा की और 6 अप्रैल को दांडी पहुंचकर समुद्र तट पर नमक बनाकर कानून तोड़ा.
उन्होंने कहा कि यह केवल एक विरोध प्रदर्शन नहीं था बल्कि यह आत्मनिर्भरता और अन्याय के विरुद्ध जन जागरण का संदेश था, जिसने देशवासियों में स्वतंत्रता की भावना को प्रबल किया.
इस अवसर पर भाजपा जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद अधिवक्ता ने कहा कि भारत छोड़ो आंदोलन और दांडी यात्रा हमें सत्य, अहिंसा और संकल्प की शक्ति का एहसास कराते हैं. इस ऐतिहासिक दिन पर उन सभी महान सेनानियों को नमन करते है, जिन्होंने अपने बलिदान से हमें स्वतंत्र भारत का उपहार दिया.
इस मौके पर भाजपा नेता राणा रणजीत सिंह, जिला मीडिया प्रभारी संतोष ठाकुर, महेश यादव, मंटू कुमार, बबलू गुप्ता आदि लोग मौजूद थे.
