गम्हारिया : गम्हारिया राजकीय महिला पॉलीटेक्निक कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ संजीव कुमार पर फोर्थ ग्रेड कर्मचारी पिऊन के माध्यम जबरन बैंक से पैसे निकासी कर सरकारी पैसे की बंदरबांट करने का आरोप लगाया गया है. पिऊन नूर इस्लाम द्वारा इसका विरोध करने पर उसे काम से अलग रखा गया है. प्रिंसिपल के आदेश पर एक होमगार्ड की महिला जवान उसे कालेज के अंदर नहीं जाने का फरमान जारी किया है. इससे गुस्साए झारखंड राज्य कर्मचारी महासंघ (त्रिपाठी गुट) के प्रदेश अध्यक्ष बिमल कुमार सिंह व जिलाध्यक्ष अंजनी कुमार सिन्हा के नेतृत्व में कर्मियों ने प्रदर्शन किया.
उन्होंने बताया कि प्रिंसिपल डॉ संजीव कुमार के तानाशाह रवैया से कालेज के पिऊन नूर इस्लाम मानसिक रूप से काफी परेशान हैं. उसे बैंक से पैसे निकासी करने के लिए जबरन चेक थमा दिया जाता है. बैंक से पैसे निकासी कर लाने पर उसे रिसीविंग भी नहीं दिया जाता है जबकि इसकी जिम्मेदारी कार्यालय के कैशियर की है. अब तक पिऊन के माध्यम से लगभग एक लाख रुपए की निकासी कर ली गई है. प्रिंसिपल द्वारा उस पैसे से अपनी मन मुताबिक बंदरबांट करते हैं साथ ही उसे जबरन स्टोर की भी जिम्मेदारी दी गई है.
सरकारी विभाग में इस तरह की परिपाटी कहीं नहीं है। प्रिंसिपल सरकारी नियम कानून को दरकिनार कर अपना कानून चला रहे हैं. अपने लोगों को बुलाकर काम दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कैश हैंडलिंग जैसे गंभीर मामलों का काम जबरन पिऊन से करवाना कहीं से भी उचित नहीं है. वहीं प्रिंसिपल डॉ संजीव कुमार ने आरोप को बेबुनियाद और मनगढ़ंत बताया है. कहा वे इसकी हर तरह की जांच के लिए तैयार हैं.