गम्हरिया: स्थित वाणी विद्या मंदिर प्रबंधन समिति के अध्यक्ष इंद्रजीत महतो ने विद्यालय प्रबंधन समिति के पुनर्गठन पर आपत्ति जताई है. साथ ही कमेटी को अवैध करार दिया है. उन्होंने कहा कि स्कूल संबंधित मामले में हेमलाल महतो, परितोष महतो (दोनो प्रधानाध्यापक) तथा आशुतोष महतो के नाम पर विवाद न्यायालय में विचाराधीन है. ऐसे में किसी नई समिति का गठन करना या पुनर्गगठन करना अवैध है.
जबतक न्यायालय से किसी प्रकार का फैसला नहीं आता है तब तक नई कमेटी का कोई मान्य नहीं है. अध्यक्ष इंद्रजीत महतो व उपाध्यक्ष वरुण महतो ने कहा कि 2017 से अभी तक लगभग 50 लाख रुपए का कोई हिसाब- किताब हेडमास्टर हेमलाल महतो व हेडमास्टर परितोष महतो ने नहीं दिया है. सात महीने से हिसाब- किताब मांगा जा रहा है फिर भी नहीं दिया गया है. इससे बचने के लिए गुपचुप तरीके से नई कमेटी गठन कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि नियमानुसार छात्राओं का रजिस्ट्रेशन फीस नहीं लेना है. इसके बावजूद दोनों ने रजिस्ट्रेशन फीस लिया है. यहां तक कि बच्चों का ट्यूशन फीस भी अपने बैंक खाते में जमा करवाया है. इधर दोनों ने प्रधानाध्यापकों ने आरोपो को बेबुनियाद बताया है.