गम्हरिया: कल्याण विभाग द्वारा संचालित आवासीय विद्यालय में नियुक्त अंशकालीन शिक्षक कर्मचारियों ने अनुसूचित जनजाति- अनुसूचित जाति- पिछडी जाति कल्याण मंत्री दीपक बिरुआ को एक ज्ञापन सौंपकर अपनी समस्याओं से अवगत कराया है. शिक्षकों द्वारा अपने मांग पत्र में बताया गया है कि उनकी नियुक्ति वर्ष 2016 में की गई थी. उनकी नियुक्ति के 10 वर्षो से अधिक समय हो गया है. लेकिन, अभी तक उन्हें 200 रु० प्रति घंटी दर से मानदेय मिलता है.
बताया कि उन्हें सप्ताह में पांच दिन ही कार्य मिलता है. जब सरकारी छुट्टी रहती है तो उसका मानदेय नहीं मिलता है. बताया कि आज झारखण्ड के सभी विभाग के कर्मचारियों को कुछ ना कुछ लाभ मिलता रहा है. लेकिन, इन अंशकालीन शिक्षकों को अभी तक कुछ लाभ नही मिल पाया है. इस कारण इनकी स्थिति दयनीय हो गई है. शिक्षकों ने मंत्री से मानदेय में वृद्धि कराने की मांग किया है. मंत्री ने अश्वासन दिया है. उन्होंने कहा कि आप सभी हमारे परिवार का हिस्सा हैं. विभाग द्वारा संचालित विद्यालय के शिक्षक के ऊपर बच्चों के भविष्य की जिम्मेदारी है. हमारे राज्य के सभी शिक्षकों को एकसाथ इस काम को करना है. हम आपकी सभी परेशानियो को दूर करने की कोशिश करेंगे.
इस दौरान संघ की अध्यक्ष चित्रलेखा हेम्ब्रम, सुमन हेम्ब्रम, दीप्ति पूर्ति, उषा हांसदा, सीखा सामाल, मीनू महंथी, अनिता, कुसुम, समीर कुमार सामाल, मनोरंजन महतो, अमित कुमार, गोविन्द पात्रों, भोगला हांसदा, बासुदेव लायक, विश्वजीत बारीक़ आदि उपस्थित थे.