सरायकेला/ Pramod Singh बीते 13- 14 दिसंबर की रात गम्हरिया थाना क्षेत्र में हुए पारा शिक्षक संघ के अध्यक्ष सह यशपुर पंचायत की मुखिया पार्वती सरदार के पति सोनू सरदार की हत्या मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. इस हत्याकांड में शामिल मुख्य शूटर सह मास्टरमाइंड बीरबल सरदार एसआईटी के हत्थे चढ़ गया है.
सूत्रों के मुताबिक वह लगातार ठिकाना बदलते हुए पुलिस को चकमा दे रहा था. वह बहुत ही शातिर अपराधी बताया जा रहा है क्योंकि वह कांड के बाद से अपना मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं कर रहा था और हर बार किसी न किसी नए लोगों के फोन से अपने लोगों से संपर्क कर रहा था. मामले में जिले के एसपी मुकेश कुमार लूणायत ने काफी रुचि दिखाई और इसे चुनौती के रूप में लेते हुए लगातार एसआईटी में शामिल पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया.
उनके निर्देश पर एसआईटी में शामिल पुलिस अधिकारी लगातार दिन- रात मेहनत करते हुए मुख्य आरोपी को पकड़ने में सफल साबित हुए. जबकि इस मामले में फरार लक्खी नायक ने दो दिनों पूर्व ही न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया है और अभी न्यायिक हिरासत में है. पुलिस उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ कर सकती है.
सूत्र बताते हैं कि बीरबल सरदार ने आत्मसमर्पण नहीं करने व फिलहाल फरार रहकर अन्य साथियों की मदद करने की योजना बनाई थी लेकिन आखिरकार पुलिस को उसका लोकेशन मिल ही गया और बच नहीं पाया. उसे झारखंड- बंगाल की सीमा से पकड़ने की खबर है. लगभग 10 दिनों के अंदर ही वह पकड़ा गया. इसी के साथ ही पुलिस द्वारा सभी 7 आरोपियों को पकड़ने से बड़ी राहत मिली है. हालांकि पुलिस द्वारा उसे किसी अज्ञात जगहों पर रखकर पूछताछ करने की सूचना मिल रही है. बताते हैं कि वह 2009 में भी एक मर्डर केस में गिरफ्तार हुआ था और लक्खी नायक के साथ करीब 3- 4 सालों तक जेल में रहा था. उसके आपराधिक इतिहास की पड़ताल भी पुलिस कर रही है.
सूत्र बताते हैं कि वह कभी नक्सली संगठन से भी जुड़ा रहा है इसलिए उसकी गिरफ्तारी पुलिस के लिए और भी अहम हो गई थी. इससे पूर्व 5 लोगों को गिरफ्तार करने व हत्या में प्रयुक्त दो हथियार को भी पुलिस द्वारा जब्त करते हुए पुलिस अधीक्षक ने खुलासा किया था. करीब एक सप्ताह के बाद मंगलवार को फिर से बीरबल सरदार को लेकर विस्तृत खुलासा पुलिस अधीक्षक द्वारा किया जा सकता है.