गम्हरिया/ थाना अंतर्गत शंकरपुर के पास बीते 29 मई की देर रात बाइक की टक्कर से घायल अनूप सोरेन जिंदा है या मारा गया है यह यक्ष प्रश्न बना हुआ है. घटना के 21 दिन बाद भी पुलिस यह बता पाने में नाकाम साबित रही है कि अनूप सोरेन कहां है, जबकि पुलिस ने ही अनूप सोरेन को एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया था.
परिजन लगातार पुलिस से अनूप को जिंदा या मुर्दा सौंपने की मांग कर रहे हैं. परिजनों ने बताया कि एमजीएम अस्पताल में पता लगाने पहुंचने पर मुर्दा घर में जाकर पहचान करने को कहा गया. वहां जाकर देखा तो वहां भी अनूप का शव नहीं मिला फिर अनूप कहां गया पूछने पर अस्पताल प्रबंधन झिड़क कर भगा देते हैं. पुलिस भी मदद नहीं कर रही है ऐसे में जाएं तो आखिर कहां जाएं. बुधवार को एकबार फिर से परिजन शंकरपुर वासियों के साथ गम्हरिया थाने पहुंचे और अनूप सोरेन के विषय में जानकारी प्राप्त करना चाहा, मगर थाना प्रभारी गैर हाजिर रहे जिससे परिजनों में घोर मायूसी देखी गयी.
इस संबंध में एसडीपीओ संतोष मिश्रा ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया है. अनूप सोरेन के सम्बंध में जानकारी जुटाई जा रही है. परिजनों को जल्द उसके विषय में जानकारी मुहैया कराई जाएगी. वैसे मामला लापरवाही का है या नहीं इस सवाल का जवाब उन्होंने नहीं दिया.