आदिवासी समाज मे भी दहेज की खातिर बेटियों और बहुओं को मारने का प्रचलन शुरू हो रहा है. जिस आदिवासी समाज में दहेज रूपी दानव का कोई चलन नहीं था आज उसी दहेज की बेदी जमशेदपुर के चाकुलिया की एक बेटी चढ़ गई है.
दरअसल 26 वर्षीय रेखा रानी माण्डी जमशेदपुर के गोलमुरी पुलिस लाईन में सहायक पुलिस कर्मी के रूप में पदस्थापित थी, उसने सरायकेला जिले के गम्हरिया थाना क्षेत्र के ईटागढ़ पंचायत के बाँसुड़दा निवासी बाबूलाल हांसदा से पहले प्रेम विवाह उसके बाद सामाजिक रीति से अगस्त 2021 में शादी की. शादी के बाद रेखा अपने ससुराल में रह रही थी. जहां आज रेखा मृत पाई गई, जिसके बाद तरह- तरह के कयास लगाए जाने लगे. अंततः रेखा रानी मांडी के पिता उदय चंद्र मांडी की शिकायत पर रेखा के पति बाबूलाल हंसदा को गम्हरिया थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. रेखा के पिता ने रेखा के पति, सास, देवर- देवरानी, ननद यहां तक कि चचेरी सास, ननद, देवरानी वगैरह पर दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाया है. उदय चंद्र ने रेखा के ससुराल वालों पर उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया है. उन्होंने बताया, कि इससे पूर्व रेखा की शिकायत पर बागबेड़ा थाना में समझौता हुआ था. जिसके बाद रेखा अपने ससुराल में रह रही थी, लेकिन उसका प्रताड़ना कम नहीं हुआ, और आज ससुराल वालों ने उसकी हत्या कर दी. फिलहाल पुलिस ने रेखा के पति को न्यायिक हिरासत में भेज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है. वैसे अहम सवाल यही है, कि आखिर अब तक दहेज रूपी दानव से दूर आदिवासी समाज में कैसे यह दानव प्रवेश कर रहा है ? क्या कर रहे आदिवासी समाज के रहनुमा !