गम्हरिया: सीओ सह एआरओ मनोज कुमार ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के स्क्रूटनी के दौरान जांचोपरांत जगन्नाथपुर पंचायत की मुखिया प्रत्याशी प्रभा देवी का आरक्षण संबंधी उम्मीदवारी को रद्द कर दिया. जिससे उनके समर्थकों में मायूसी छा गई. वहीं विरोधी खेमे में खुशी की लहर दौड़ पड़ी.
मालूम हो कि मुखिया प्रत्याशी प्रभा देवी ने एसटी जाति से होने का दावा कर मुखिया पद के लिए नामांकन किया था. उसी पंचायत के मुखिया प्रत्याशी सिमरन सामद, मीरु मुर्मू, सूरजमनी बेसरा व झारखंडी भाषा खतियानी संघर्ष समिति के सदस्यों ने गम्हरिया प्रखंड के जगन्नाथपुर पंचायत की मुखिया प्रत्याशी प्रभा देवी पर गलत जाति प्रमाण पत्र देकर पंचायत चुनाव में भाग लेने की शिकायत की थी. उन्होंने सरकार के कार्मिक विभाग के निर्देश का हवाला देकर प्रभा देवी की उम्मीदवारी रद्द करने की मांग की थी. उन्होंने कहा कि नियमानुसार झारखंड में निवास करने वाले लोग ही झारखंड में पंचायत चुनाव में भाग ले सकते हैं, जबकि जगन्नाथपुर पंचायत की मुखिया प्रत्याशी प्रभा देवी फर्जी ने तरीके से अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र बना कर मुखिया पद के लिए नामांकन किया है. उन्होंने प्रभा देवी के जाति प्रमाण पत्र की जांच कर आवश्यक निर्णय लेने की मांग की थी.
वहीं मुखिया प्रत्याशी प्रभा देवी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि समर्थकों से विचार विमर्श कर आगे का निर्णय लिया जाएगा. प्रभा देवी का नामांकन रद्द होने पर खुशी जाहिर करने वाले लोगों में 20 सूत्री प्रखंड अध्यक्ष छायाकांत गोराई, झामुमो जिलाध्यक्ष डा शुभेंदु महतो, अमृत महतो, आजसू जिलाध्यक्ष सचिन महतो, बीटी दास, राजेश गोप, राम हांसदा, दीपक नायक, उदय मार्डी, शंकर मुखी समेत काफी संख्या में समर्थक शामिल हुए.
इधर मुखिया प्रत्याशी सिमरन सामद, मीरु मुर्मू व सूरजमनी बेसरा ने कहा कि प्रभा देवी गलत तरीके से जाति प्रमाण पत्र बना दो -दो टर्म जगन्नाथपुर की मुखिया रही है. उनके कार्यकाल की जांच करा कार्रवाई की मांग की जाएगी.