गम्हरिया/ Bipin Varshney प्रखंड के पीडीएस डीलरों द्वारा लाभुकों के अनाज के कालाबाजारी करने की बात अक्सर सुर्खियों में रहती हैं. इसे लेकर प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी राजकुमार रजक ने
पिछले दिनों दर्जन भर दुकानों का औचक निरीक्षण किया जिसमें दुकानें बंद पाया. उन्होंने ऐसे दुकानदारों को शोकाज किया लेकिन अभी तक दुकानदारों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई. इससे समझा जा सकता है कि इसमें कहीं न कहीं विभाग की मिलीभगत है.
प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी राजकुमार रजक ने आदित्यपुर के महेंद्र प्रसाद, ओम शक्ति महिला समिति, धीरेंद्र सिंह, नवीन चन्द्र महतो, मां तारिणी महिला समिति, अधीर मंडल, निर्मला महिला समिति व सहारा समूह, गम्हरिया के जीतेन गोराई व बद्रीनारायण प्रसाद, कांड्रा के शिशुपाल वार्ष्णेय, होपना टुडू व सुखराम टुडू तथा ईटागढ़ के सोमाय हेम्ब्रम व तारापदो महतो को अनियमितता बरतने पर शोकाज किया. दुकानदारों ने इसका कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया. लगभग एक महीना बीतने के बावजूद दुकानदारों के खिलाफ कोई कार्रवाई न होना प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी की मिलीभगत की ओर इशारा कर रहा है. इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया.
आंकड़ों के मुताबिक इन पीडीएस डीलरों के पास सैंकड़ों क्विंटल चावल/ गेहूं स्टॉक में है, लेकिन लाभुकों के बीच इन अनाजों का वितरण न कर सीधे कालाबाजारी कर लाखों रुपए व्यारा न्यारा कर देने का आरोप है. इसे देखने वाले प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी से लेकर वरीय विभागीय अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं. डीलरों द्वारा अनाज वितरण नहीं करने के कारण लाभुकों द्वारा अपने हक का निवाला पाने के लिए अक्सर धरना- प्रदर्शन किया जा रहा है. इस संबंध में प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी राजकुमार रजक से पूछने पर उन्होंने गोलमटोल जवाब दिया.