गम्हरिया: सरायकेला खरसावां जिला के गम्हरिया प्रखंड कार्यालय में प्रतिस्थापित एममो सुनील चौधरी इन दिनों खासे चर्चा में है. दरअसल एमओ साहब इतने काबिल हैं कि जिले के बड़े अधिकारियों ने उन्हें एक के बजाए तीन- तीन विभागों का जिम्मा सौंप दिया है.
बता दें कि प्रखंड खाद्य आपूर्ति, सहकारिता विभाग, और पंचायती राज विभाग की जिम्मेवारी उनको सौंपी गई है. मजे की बात ये है कि तीनों ही विभाग जिला स्तर पर लक्ष्य से दूर चल रहे हैं, बावजूद इसके जिले के आलाधिकारियों को उनसे बेहतर कोई और अधिकारी नजर नहीं आ रहा है जो प्रखंड कर्मियों में चर्चा का विषय बना हुआ है.
जरा सोचिए एक अधिकारी से एक विभाग नहीं संभलता एक अधिकारी ऐसा है जो तीन-तीन विभाग संभाल रहा है, जबकि तीनों विभागों के एवज में वेतन एक ही मिल रहा है. फिर आखिर ऐसी क्या वजह है कि बगैर किसी मीनमेख के सुनील चौधरी तीन- तीन विभागों का बोझ लिए फिर रहे हैं ! इतना ही नहीं सुनील बाबू ने इन कामों को निपटाने के लिए निजी कर्मी भी बहाल कर रखा है, जो सरकारी फाइलों को इधर से उधर करता है. यदि इसमें किसी तरह की कोई गड़बड़ी या भविष्य में भ्रष्टाचार का कोई मामला सामने आया तो इसका जवाबदेह कौन होगा इस पर आलाधिकारियों को मंथन करने की जरूरत है.
*क्या कहा एमओ सह बीसीओ सह प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी ने*
इस संबंध में प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी (एमओ) सह ब्लॉक कोऑपरेटिव ऑफिसर (बीसीओ) सह प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी सुनील चौधरी ने बताया कि तीन–तीन विभागों का बोझ संभाले नहीं संभाल रहा. जिले के वरीय पदाधिकारियों ने जबरन तीन- तीन विभागों का जिम्मा सौंप दिया है. मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है, इसलिए मुझे निजी कर्मचारी को रखना पड़ा है. यदि उससे कोई परेशानी या शिकायत होगी तो उसे हटा दिया जाएगा. मगर सवाल फिर वही कि आखिर किसके इशारे पर निजी कर्मी को बहाल किया गया है और किसके इशारे पर सरकारी दस्तावेज निजी कर्मचारी द्वारा इधर- उधर किया जा रहा हैं ?