गम्हरिया (Bipin Varshney) विश्व आदिवासी दिवस पर भाषा संस्कृति और परंपरा की रक्षा का संकल्प दोहराते हुए राज्य के आदिवासी कल्याण सह परिवहन मंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि हेमंत सरकार ने इस दिशा में कई ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं. वे रामचंद्रपुर फुटबॉल मैदान में आयोजित आदिवासी सम्मेलन में समाज के लोगों को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि पूर्वजों की सामाजिक व्यवस्था की सुरक्षा के लिए सरकार तत्पर है. उन्होंने कहा आदिवासियों की धार्मिक धरोहरों के विकास की अनगिनत योजनाएं पूरे राज्य में शुरू की गयी है. सामाजिक व्यवस्था से जुड़े पीड़ परगना, मांझी, गोडैत समेत तमाम विशिष्ट व्यक्तियों के सम्मान के लिए राशि का आवंटन किया है. जो समाज के विकास के लिए शिक्षा की जड़ें मजबूत कर रही है.
आदिवासी क्षेत्रों में सड़क, शिक्षा, आवागमन, व्यवसाय, स्वास्थ्य, सिंचाई, पेयजल से लेकर कई कल्याणकारी योजनाओं पर करोड़ों खर्च कर विकसित गांव बनाने का प्रयास जारी है. इसके तहत प्रत्येक गांव में मांझी हाउस, मानकी मुंडा हाउस, धार्मिक स्थलों की घेराबंदी आदि की जा रही है.
गम्हरिया के रामचंद्रपुर फुटबाल मैदान में आयोजित अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए सोरेन ने यहां जुटे समाज के सैकड़ों प्रबुद्ध लोगों से शिक्षा के विकास पर बल देने की अपील की. उन्होंने कहा कि खनिज सम्पदा से परिपूर्ण इस राज्य के आदिवासी मूलवासियों की शिक्षा के लिए सरकार ने कड़े कदम उठाये हैं. यहां के बच्चों को तकनीकी शिक्षा के साथ विदेश में पढ़ने के लिए जयपाल सिंह मुंडा छात्रवृति प्रदान करने की योजना बनायी है. सोरेन ने कहा कि कोरोना से उबरते ही सरकार ने विकास योजनाओं में गति प्रदान करना शुरू कर दिया है. मंत्री ने कहा कि जंगल में निवास करने वाले आदिवासी मूलवासियों को उनकी जमीन का पट्टा सरकार दे रही है, वहीं मातृभाषा की रक्षा के लिए पंडित रघुनाथ मुर्मू जैसे महान विद्वानों के सपने को साकार कर रही है.
आगे उन्होंने कहा कि आदिवासी- मूलवासियों के विकास में जुटे हेमंत सोरेन की सरकार ने कई ऐतिहासिक कदम उठाया है. वर्षों से जिस समस्या से लोग जूझ रहे थे, उसे कानून बनाकर कार्यान्वयन कराया गया. कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में 75 प्रतिशत आरक्षण से आदिवासी मूलवासियों के दिन बहुरेंगे. युवाओं को नियोजन मिलने से सामाजिक स्तर में बदलाव आएगा. समाज से गरीबी दूर होगी. विश्व आदिवासी दिवस को लेकर पूरे क्षेत्र में जश्न का माहौल रहा कांड्रा मोड़ से झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष राम हांसदा के नेतृत्व में सैकड़ों मोटरसाइकिल का काफिला निकाला गया जो रामचंद्रपुर मैदान में जाकर समाप्त हुआ. इस मौके पर
50 से अधिक लोगों को सम्मानित किया गया.
समाजसेवी अविनाश सोरेन के नेतृत्व में आयोजित कार्यक्रम में सौ से अधिक गांवों के सैकड़ों लोगों ने शिरकत किया. कार्यक्रम का शुभारंभ आदिवासी समाज के महापुरुषों की तस्वीर पर श्रद्धांजलि अर्पित कर किया गया. इस अवसर पर जिप अध्यक्ष सोनाराम बोदरा, प्रो. राजू मांझी, कृषि कर्मण पुरस्कार विजेता सोखेन हेम्ब्रम, मुखिया मोहन बास्के, सोनू सरदार, गोरखा हांसदा, हेमंत मार्डी, गुरबा मांझी, दिनेश हांसदा, मोहन हेम्ब्रम, सीताराम हेम्ब्रम, राजीव हांसदा, रतन हांसदा आदि को अंगवस्त्र एवं पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया गया. इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया. कार्यक्रम में झामुमो जिला उपाध्यक्ष अमृत महतो, निरंजन महतो, बीटी दास, परमेश्वर प्रधान, दीपक नायक, सरोज मुखर्जी समेत काफी संख्या में लोगों ने शिरकत किया.