गम्हरिया: बुधवार को करीब डेढ़ साल से गम्हरिया बाजार से सुविधा शुक्ल को लेकर चल रहे विवाद का पटाक्षेप हो गया. वैसे आज की बैठक में फिर से स्थायी दुकानदार नहीं पहुंचे. जबकि अस्थायी दुकानदारों ने कुछ शर्तों के साथ बढ़े हुए सुविधा शुल्क देने पर सहमति जताई है.
बैठक में 4X6 के आवंटियों से सुविधा शुल्क के रूप में ₹10 और उससे अधिक के आवंटियों से मापी के अनुरूप शुक्ल वसूली पर अस्थायी दुकानदारों से सहमति बनी. साथ ही दिव्यांग, पत्ता- दातुन विक्रेताओं से शुल्क नहीं वसूलने की बात पर आम सहमति बनी. वैसे संवेदक द्वारा पूर्व से ही दिव्यांगों एवं पत्ता- दातुन विक्रेताओं से शुल्क की वसूली नहीं की जाती थी.
इधर स्थायी दुकानदार अभी भी अपनी जिद पर अड़े हैं. इसपर संवेदक स्नेहा इंटरप्राइजेज की ओर से नगर निगम को मध्यस्थता कराने का अनुरोध किया गया है, साथ ही अगली बैठक से पूर्व उन्हें सुविधा शुल्क देने के लिए प्रेरित करने की अपील की गई है, अन्यथा कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई की चेतावनी दी गई है. स्नेहा इंटरप्राइजेज के दिनेश अग्रवाल ने बताया कि पिछले कई महीनो से स्थाई दुकानदारों द्वारा सुविधा शुल्क देने के नाम पर बाजार में विवाद पैदा किया जा रहा है, जबकि नगर निगम और एजेंसी द्वारा सभी मूलभूत सुविधाएं बाजार में मुहैया कराई गई है. शौचालय- पानी और साफ- सफाई का पूरा ख्याल रखा जा रहा है, बावजूद इसके स्थाई दुकानदार विवाद पैदा कर बार-बार अस्थाई दुकानदारों को गुमराह कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि आगे इस पर नगर निगम से कार्रवाई का अनुरोध किया गया है. यदि फिर भी स्थाई दुकानदार नहीं माने तो कानूनी कार्रवाई के लिए बाध्य होंगे.
बता दे कि बाजार में कई स्थाई दुकानदार ऐसे हैं जो अपने आवंटित स्थल से ज्यादा का अतिक्रमण कर मुनाफा कमा रहे हैं. इतना ही नहीं अस्थाई दुकानदार भी आवंटित स्थल से अधिक का अतिक्रमण कर सुविधा शुल्क देने से आनाकानी कर रहे हैं. इस पर संवेदक द्वारा कड़ी आपत्ति जताते हुए आवंटित स्थल पर ही अपनी दुकान लगाने था बढ़े हुए स्थल के एवज में बढ़ा हुआ सुविधा शुल्क देने की बात कही गई.० बैठक के दौरान बाजार में अवैध धंधों का मुद्दा भी उठा. बताया गया कि आवंटित दुकान में सरकारी शराब की दुकान खोलकर अवैध तरीके से धंधा संचालित हो रहा है. इतना ही नहीं बाजार में अवैध रूप से जुआ और लॉटरी का भी धंधा फलीभूत हो रहा है. इसपर बाजार के अस्थाई दुकानदारों द्वारा रोक लगाने की मांग की गई है. इस पर एजेंसी द्वारा पुलिस को अवगत कराने की बात कही गई है. कुल मिलाकर बुधवार की बैठक में आम सहमति से बढ़े हुए शुल्क देने पर अस्थाई दुकानदार राजी हुए हैं. बैठक में एजेंसी के दिनेश अग्रवाल सोमनाथ सिंह सुमित सिंह, दयाल लायक, पिंटू दास, सुखदेव एवं अन्य अस्थाई दुकानदार मौजूद रहे, हालांकि बैठक से नगर निगम के कर्मी गायब रहे जो कहीं ना कहीं चिंता का विषय है.