आदित्यपुर: नगर निगम के प्रशासक आलोक कुमार ने गम्हरिया बाजार के स्थायी दुकानदारों को सख्त चेतावनी देते हुए नगर निगम के कानूनों के दायरे में निर्धारित सेवा शुक्ल जमा करने की हिदायत दी है. साथ ही साफ कर दिया है कि जो भी दुकानदार नियमावली के विरुद्ध कार्यों में संलिप्त पाए जाएंगे उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
दरअसल हाल के दिनों में बाजार के स्थायी दुकानदारों द्वारा सेवा शुल्क 1210 रुपए को लेकर गम्हरिया बाजार के स्थायी दुकानदार विरोध जता रहे हैं. इतना ही नहीं वे नगर निगम के नोटिस को कई बार अनसुना कर चुके हैं. दो दिन पूर्व स्थायी दुकानदारों ने नगर निगम की ओर से दुकानदारों को बकाया 21 हजार रुपए एक हफ्ते के भीतर जमा कराने का नोटिस लेकर गए नगर निगम के कर्मियों के साथ बदसलूकी की थी. जिसपर प्रशासक ने गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई की बात कही है. इधर कार्रवाई के डर से शनिवार को दुकानदारों ने जांच कार्यालय पर नगर निगम के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए पुनः बाजार का नियंत्रण अंचल कार्यालय के माध्यम से किए जाने की मांग की.
दुकानदारों ने बताया कि बाजार में सुविधाओं का घोर अभाव है. बावजूद इसके नगर निगम द्वारा उनसे 1210 रुपए का कर वसूलने का दबाव बनाया जा रहा है. इसपर प्रशासक ने कहा कि बाजार में साफ- सफाई, पेयजल और शौचालय की मुकम्मल व्यवस्था है. दुकानदार इसे गलत रंग दे रहे हैं. नियमित रूप से संवेदक द्वारा साफ- सफाई कराया जाता है. उन्होंने कहा कि स्थायी दुकानदारों द्वारा आवंटित दुकानों के अलावा बाजार का अतिक्रमण किया गया है. विभागीय अमीन मापी कर रहे हैं. रिपोर्ट आते ही कार्रवाई की जाएगी. प्रशासक ने कहा कि यदि दुकानदारों को एकमुश्त राशि जमा करने में परेशानी है तो इसके लिए बीच का रास्ता निकाला जा सकता है, मगर यदि विरोध करेंगे तो उनसे जबरन वसूली की जाएगी. साथ ही कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी. उन्होंने बताया कि नगर पालिका नियमावली के तहत ही सेवा शुल्क किया जा रहा है. साथ ही निगम को कर व अन्य सेवा शुल्कों के जरिए अपने कर्मियों का भुगतान करने का निर्देश दिया गया है, यदि लाभुक सहयोग नहीं करेंगे तो आगे उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. विभाग अपने स्तर से हर तरह की नागरिक सुविधा मुहैया कर रही है. आने वाले दिनों में इसके सार्थक परिणाम देखने को मिलेंगे.