गम्हरिया: प्रखंड के खुचिडीह में खेतों में सिंचाई अच्छी हो और किसानों खेतों में गर्मियों में भी पानी की किल्लत न हो इसको देखते हुए सरकार की पहल पर स्वर्णरेखा परियोजना की ओर से लिफ्ट इरिगेशन के जरिये पानी पहुंचाने का काम अब संगीनों के साए में होगा. शुक्रवार को ग्रामीणों ने पाइपलाइन का काम फिर से रुकवा दिया, जिसके बाद पुलिस बुलानी पड़ी.

बता दें कि करीब करीब 17 गांवों के 66 हजार हेक्टेयर खेतों में सालों भर पानी पहुंचाने के उद्देश्य से झारखंड सरकार के साथ स्वर्णरेखा परियोजना ने लिफ्ट इरिगेशन के जरिये पानी पहुंचाने का करार किया है. यह पानी गंजिया बराज से लिया जाएगा. लागभग 90 फीसदी काम पूरा हो चुका है, मगर खुचीडीह के ग्रामीण इसके विरोध में उतर गए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि सरकार शुरू में प्रलोभन देकर हमारे जमीन से पाइपलाइन बिछाकर पानी पहुंचाने का दावा कर रही है. पांच साल बाद इसके एवज में शुल्क वसूलेगी. ग्रामीणों का कहना है कि सरकार ग्रामसभा के जरिये दर तय करे उसके बाद ही काम करने की अनुमति दी जाएगी.
वही विभाग के अधिकारी का कहना है कि कुछ ग्रामीण कुछ पोजेटिव है तो कुछ निगेटिव है. जिन्हें समझाया जा रहा है. जिस कंपनी द्वारा कार्य किया जा रहा है 5 वर्षो तक उसका मेंटेनेंस भी कंपनी कराएगी और ग्रामीणों को सिंचाई के लिए मुफ्त पानी मिलेगा. हालांकि ग्रामीण इसका लिखित आश्वासन चाहते हैं इसी को लेकर उनका विरोध जारी है. फिलहाल पुलिस की मौजूदगी में काम शुरू हो गया है, मगर ग्रामीणों में इसको लेकर नाराजगी है.
