गम्हरिया: सरायकेला- खरसावां जिला के गम्हरिया प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी सुब्रता महतो का अजीबोगरीब कारनामा प्रकाश में आया है. जहां एफएलएन ट्रेनिंग के दौरान प्रखंड के करीब 400 शिक्षकों के लिए भोजन की व्यवस्था स्थानीय कैटरर से ना कराकर अपने चपरासी से ही खाने का प्रबंध करवा कर सरकार की ओर से मिलने वाले राशि का बंदरबांट कर लिया है.
इस संबंध में पूछे जाने पर सुब्रता महतो ने सीधे मुंह से कुछ भी बताने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि विभागीय आदेश का पालन किया गया है. जबकि विभागीय आदेश के अनुसार स्थानीय कैटरर से भोजन का प्रबंध कराना था. उन्होंने बताया कि अरुण दास (चपरासी) की पत्नी दिव्यांग है उसे ही खाना बनाने का ठेका दिया गया था, जबकि सारा खाना अरुण दास ने स्वयं बनाया है. बता दें कि यह ट्रेनिंग आठ दिनों का था. इसमें प्रतिदिन 50- 50 शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाना था. उनके लिए भोजन का प्रबंध स्थानीय कैटरर से कराना था.