सरायकेला: अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ सरायकेला जिला कमेटी द्वारा शुक्रवार को न केवल जिले के उपायुक्त, बल्कि मीडिया को भी भ्रामक खबर देकर गुमराह किया है.
बता दें कि शुक्रवार को संघ की ओर से जिले के उपायुक्त को गम्हरिया के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी कानन कुमार पात्र के अनैतिक एवं संदेहास्पद कार्य संस्कृति की शिकायत से सम्बंधित ज्ञापन सौंपते हुए एक एडिटेड फोटोग्राफ और एक अखबार की प्रति उपलब्ध कराई गई है. इस संबंध में संघ के वरीय सलाहकार चंद्र मोहन चौधरी ने उपायुक्त को ज्ञापन सौंपते हुए बताया है, कि बीते दो-चार दिनों से विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुप में एक आपत्तिजनक फोटोग्राफ वायरल हो रहा है. जिसमें गम्हरिया प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी कानन कुमार पात्र अपने कार्यालय कक्ष में अपने कार्यालय की एक महिला शिक्षाकर्मी का जन्मदिन मनाते हुए नजर आ रहे हैं. उक्त फोटोग्राफ में बर्थडे गर्ल की पट्टी लगाए सिर्फ उक्त महिला शिक्षाकर्मी तथा कानन कुमार पात्र ही नजर आ रहे हैं. संघ द्वारा कहा गया है, कि एक शादीशुदा महिला शिक्षा कर्मी का एक जिम्मेदार पदाधिकारी द्वारा एकांत में अपने कार्यालय कक्ष में जन्मदिन मनाना आदर्श आचार नियमावली का पूर्णत: उल्लंघन है.
शुक्रवार को उपायुक्त को भ्रामक ज्ञापन सौंपने पहुंचे संघ के अधिकारी
देखिए संघ की ओर से सौंपे गए ज्ञापन की प्रति
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हालांकि संघ की ओर से उपायुक्त और मीडियाकर्मियों को एडिटेड फोटोग्राफ भी उपलब्ध कराए गए हैं. चूंकि मामला एक महिलाकर्मी के चरित्र हनन से जुड़ा है और पूरी तरह से भ्रामक और तथ्य से परे है इसकी तफ्तीश के बाद हम उसे नहीं दिखा रहे हैं.
india news viral.co.in पर हमने संघ के भ्रामक ज्ञापन को सत्य मानते हुए उपायुक्त कार्यालय के रिसीविंग प्रति के आधार पर पूरी रिपोर्ट बनाई,
जिसके बाद जिस महिलाकर्मी पर संघ की ओर से आरोप लगाए गए हैं, उन्होंने हमसे संपर्क किया और संघ द्वारा दिए गए एडिटेड फोटोग्राफ से सम्बंधित वीडियो हमें उपलब्ध कराया, और पूरे प्रकरण को संघ का साजिश करार दिया.
देखें india news viral.co.in के संपादक के नाम महिलाकर्मी द्वारा भेजे गए स्पष्टीकरण की प्रति
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महिला कर्मी ने संघ के वरीय सलाहकार सेवानिवृत्त शिक्षक चंद्रमोहन चौधरी पर चरित्र हनन करने और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. उन्होंने हमें जारी किए स्पष्टीकरण में लिखा है, कि संघ के वरीय सलाहकार सेवानिवृत्त शिक्षक के नौकरी में रहते आवास भत्ता के गलत निकासी से संबंधित जांच मुझे करने की जिम्मेवारी वरीय अधिकारियों द्वारा दी गई थी, जिसकी रिपोर्ट मेरे द्वारा वरीय अधिकारियों को सौंप दी गई है. उसके बाद से ही सेवानिवृत्त शिक्षक द्वारा मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है. मैं महिला कर्मी होने के साथ एक गृहणी भी हूं. इस तरह के आरोप से मेरा चरित्र हनन करने का प्रयास किया गया है. उन्होंने लिखा है, कि जिस एडिटेड फोटो का जिक्र कर मेरे चरित्र हनन का आरोप लगाया गया है, वह 4 माह पूर्व का है. जिसमें यह बताया गया है, कि प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी द्वारा एकांत कक्ष में उनका जन्मदिन सेलिब्रेट किया गया है, वह बिल्कुल ही निराधार और आपत्तिजनक है, जबकि भोजन अवकाश के वक्त सभी सहकर्मियों की मौजूदगी में जन्मदिन सेलिब्रेट किया गया और बिल्कुल ही सौहार्दपूर्ण माहौल में सारा कार्यक्रम आयोजित किया गया. महिला कर्मी ने प्रमाण के तौर पर हमें वह वीडियो फुटेज भी उपलब्ध करा दिया है, जिससे यह साबित होता है, कि अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के वरीय सलाहकार ने संघ की आड़ में दुर्भवना से ग्रासित होकर मीडिया और उपायुक्त को गुमराह किया है. चूंकि महिला कर्मी ने स्वतः ही हमें सारे तथ्यों से अवगत कराया है.
इसलिए हम मीडिया धर्म का निर्वहन करते हुए एक भ्रामक सूचना पर लिखे गए रिपोर्ट पर खेद जताते हैं. साथ ही जिले के उपायुक्त से ऐसे भ्रामक खबरें संज्ञान में लानेवाले लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने की गुजारिश भी करते हैं, ताकि भविष्य में इस तरह के भ्रामक खबरें मीडिया का सहारा लेकर कोई संगठन प्रकाशित न करा सके. साथ हम ऐसे संगठनों से भी सतर्क रहने की अपील करते हैं, कि इस तरह के लोगों द्वारा उच्च पदाधिकारियों पर लगाए गए आरोपों की सघनता से पड़ताल करें, उसके बाद ही मीडिया तक ऐसे तथ्यों को आने दें इससे संगठन की छवि बरकरार रहेगी.
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