गालूडीह: यह कहानी हैं बड़ाखुर्शी पंचायत के खड़िया कॉलोनी एनएच 18 बसस्टैंड में महीनों से जिंदगी के आखरी पल बिता रही 90 साल की वृद्धा सुनीता महतो की. वृद्धा के पास पैरागुड़ी गाँव के बिरिगोड़ा टोला में जमीन घर सब था पर अब बुढ़ापे में बसस्टैंड के पास फुटपाथ पर रहने को मजबूर हैं.
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कोई अपना न होने के कारण बुज़ुर्ग महिला को ज़िन्दगी की ढलती हुई शाम सड़क पर गुज़ारनी पड़ रही है. वृद्ध महिला ने बताया कि उनके पास जमीन है, लेकिन वहां से उनको भगा दिया गया, तथा उक्त जमीन पर अब कोई और रहता हैं. महिला पैरों से चल नहीं पाती है, भीख मांगकर किसी तरह पेट भरती हैं. दिन और रात फुटपाथ पर ही बीतता हैं. अब आखरी सहारा सिर्फ फुटपाथ हैं. महिला के पास किसी भी तरह का कोई भी दस्तावेज या पहचान पत्र तक नहीं हैं. असहाय वृद्धा अब मदद की गुहार लगा रही हैं.
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