गालूडीह: एक तरफ जहां देश में सरकार द्वारा स्वच्छ भारत अभियान चलाया जा रहा हैं, वहीं दूसरी और बड़ाखुर्शी पंचायत के दारिसाई गांव के ग्रामीण अभी तक खुले में शौच करने को विवश हैं.
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जिन्हें देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि ‘स्वच्छ भारत अभियान’ की असली तस्वीर क्या है. ग्रामीण जान जोखिम में डालकर नेशनल हाईवे फोरलेन पार कर शौच के लिए जाते हैं, जो कि कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना होने की वजह बन सकती हैं. ग्रामप्रधान तारापदो सिंह ने बताया कि हमारे गांव में अभी तक शौचालय का निर्माण नहीं हुआ हैं.
ग्रामीण खुले में शौच करते हैं, जिससे गांव के ग्रामीण लगातार बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. इस प्रकार के स्थिति को देखकर ये कहना गलत नहीं होगा कि कुछ योजनाएं सिर्फ कागज पर ही पूरी हो जाती हैं.
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