चांडिल/ Sumangal Kundu स्वर्णरेखा बहुउद्देशीय परियोजना के तहत बनाए गए चांडिल डैम से पानी छोड़े जाने पर जमशेदपुर शहर में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. बता दें कि करीब 22 हजार हैक्टेयर जमीन में फैले चांडिल जलाशय में लगातार बढ़ते जलस्तर को देखते हुए तीन और रेडियल गेट को एक- एक मीटर खोल दिया गया है. साथ ही डैम के आसपास धारा 144 लागू कर दी गई है. यहां सैलानियों के आने- जाने पर रोक लगा दी गई है.
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बता दें कि चांडिल अनुमंडल क्षेत्र अंतर्गत बने इस डैम के रखरखाव में प्रति वर्ष करोड़ों रुपए खर्च किये जाते हैं. डैम का जलस्तर 181.22 मीटर पार होते ही डूब क्षेत्र के 116 गांव के 84 मौजा के लोग प्रभावित होते हैं. इन्हें अबतक पूरा मुआवजा नहीं दिया गया है, न ही पुनर्वासित किया गया है। हर साल बरसात के दिनों में कमोवेश यही स्थिति रहती है. इस साल एकबार फिर से विस्थापितों के समक्ष पलायन का खतरा मंडराने लगा है. वहीं जमशेदपुर सहित पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. उधर जिला प्रशासन की ओर सभी प्रभावित जिलों को अलर्ट जारी कर दिया गया है. साथ ही डूब क्षेत्र के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर चले जाने की सूचना दे दी गई है. इसके अलावे एनडीआरएफ की तैनाती कर दी गई है.
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