ईचागढ़ (बिद्युत महतो) सरायकेला- खरसावां जिला के ईचागढ़ प्रखंड क्षेत्र के मिलन चौक स्थित राम मंदिर हॉल में शनिवार को कृषक वैज्ञानिक अंतरमिलन कार्यक्रम को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला में रबी फसलों को देखते हुए किसानों को मीट्टी का क्षरण, मीट्टी के बारे पोषक तत्व आदि को लेकर मीट्टी जांच कराने, खेतों में उपचारित बीज डालने, जैविक खेती को बढ़ावा देने आदि को लेकर किसानों को जागरूक किया गया.
वहीं रबी फसल को बढ़ावा देने के लिए किसान व किसान मित्रों को जागरूक किया गया. किसानों को धान की खेती के बाद तेलहन, दलहन, टमाटर, बैंगन, खीरा, आलू, मसाला जैसे फसलों की8 खेती को प्राथमिकता देते हुए समय पर मात्रा के अनुसार कीटनाशक दवा देने के संबंध में बताया गया.
वहीं खेतों में जाकर फसलों में पोषक तत्वों की जांच किट के जरिये करने की जानकारी दी गई. वहीं आत्मा परियोजना के उप निदेशक बिजय कुमार सिंह ने बताया कि कृषक वैज्ञानिक अंतरमिलन कार्यक्रम में किसानों व किसान मित्रों को रबी फसलों के संबंध में जानकारी दिया गया. उन्होंने कहा कि खेतों में लगे फसलों का भी निरीक्षण किया गया और किसानों को फसलों में कीट लगने ,फफुंदी आदि लगने के वैज्ञानिक पहलूओं एवं उपचार के संबंध में जानकारी दिया गया.
उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य कृषि विभाग व कृषि वैज्ञानिकों के बीच सामंजस्य बैठाकर कृषि संबंधी समस्याओं का समाधान करना है. मौके पर प्रखंड कृषि पदाधिकारी धनराज महतो, प्रखंड तकनीकी पदाधिकारी ध्रुव नारायण सिंह, कुकड़ू प्रखंड के तकनीकी पदाधिकारी हिमांशु कुमार महतो , दिलीप महतो, किसान मित्र हरेंद्र नाथ महतो, गंगाराम महतो, भोला नाथ दास आदि उपस्थित थे.