कांड्रा के व्यवसाई देबू अग्रवाल के पुत्र के अपहरण के चर्चित मामले में पांचवें दिन भी पुलिस के हाथ खाली हैं और अपहृत का सुराग नहीं मिल पाया है.
हालांकि कांड्रा पुलिस अपहृत व्यवसाई पुत्र मनीष अग्रवाल की रिहाई के लिए एड़ी चोटी एक किए हुए है. अभी तक दर्जनों जगहों के सीसीटीवी फुटेज पुलिस खंगाल चुकी है. मनीष के मित्रों से लेकर सगे संबंधियों तक से जानकारी जुटाने का प्रयास किया गया. पुलिस लगातार टीमें बनाकर एक साथ कई जगह हाथ-पांव मार रही है. बावजूद इसके अभी तक इस मामले में पुलिस के हाथ खाली हैं. सोमवार को बकायदा इश्तेहार भी जारी करने का पुलिस अधीक्षक ने निर्देश जारी किया है. इधर देबू अग्रवाल के घर मातम का माहौल छा गया है. उनकी पत्नी पिंकी देवी का रो-रो कर बुरा हाल है और कभी-कभी वह बेसुध भी हो जा रही हैं. स्थानीय सांसद गीता कोड़ा और पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा से लेकर माझी परगना महाल सहित कई संगठनों के लोग तथा व्यापारी वर्ग के कई शुभचिंतक व्यवसाई के घर पहुंचकर ढांढस बंधा चुके हैं. पांचवें दिन भी मनीष का सुराग नहीं मिलने पर सोमवार को जमशेदपुर के मारवाड़ी समाज के लोग कांड्रा थाने पहुंचे. इससे पूर्व सोमवार सुबह स्थानीय व्यवसायियों ने कुछ देर के लिए अपनी-अपनी दुकानों का शटर लगाया और संयुक्त रूप से थाना प्रभारी से मिलने पहुंचे. लोगों ने मनीष अग्रवाल की सकुशल घर वापसी की पुलिस से गुहार लगाई. थाना प्रभारी राजन कुमार ने मिलने आए व्यवसायियों को भरोसा दिलाया कि पुलिस पूरी तत्परता के साथ मनीष की घर वापसी का प्रयास कर रही है. उन्होंने आम लोगों से भी सहयोग की अपील की.